किलर की निशानदेही पर दो शव बरामद
रायपुर | संवाददाता: रायपुर में साइको किलर की निशानदेही पर दो शव बरामद किये गये. दोनों शव नर कंकाल के रूप में मिले हैं. उनके डीएनए टेस्ट के बाद ही साइको किलर उदयन दास के दावों को पुष्टि हो सकेगी कि दोनों नर कंकाल उसके माता-पिता के हैं. रविवार को भोपाल से ट्रेन में आई पुलिस उदयन दास को सीधे उसके रायपुर स्थित सुंदर नगर के पुराने घर में लेकर पहुंची. करीब 10 फीट की खुदाई के बाद दोनों नर कंकाल मिले हैं.
रायपुर पुलिस ने पहले से ही मजिस्ट्रेट से खुदाई के लिये अनुमति ले रखी थी. अब पुलिस, उदयन को वापस ले जाने वाली है. उसने आकांक्षा शर्मा की भी भोपाल में इसी तरह से हत्या करके लाश को ठिकाने लगा दिया था. उदयन ने भोपाल में अपनी लिवइन पार्टनर आकांक्षा की हत्या की पूछताछ के दौरान ही अपने माता पिता की रायपुर में लगभग आठ वर्ष पहले हत्या करने और उनका शव घर के लान में गाड़ देने की जानकारी दी थी जिसके बाद उसे यहां लाया गया.
इस केस से जुड़ी अहम बातें-
* साइको किलर उदयन दास ने किस तरह से अपनी मां का डेथ सर्टिफिकेट मध्यप्रदेश के होशंगाबाद से बनवा लिया था.
* मां की मृत्यु के बाद भी वह किस तरह से मां का पेंशन लेता रहा.
* अब उदयन दास अपने माता-पिता का अंतिम संस्कार करना चाहता है.
वीडियो देखिये-
दरअसल, मामले का खुलासा पश्चिम बंगाल के बांकुरा की रहने वाली 28 वर्षीय लड़की आकांक्षा शर्मा के लापता होने से हुआ. फेसबुक से माध्यम से उदयन तथा आकांक्षा की दोस्ती हुई थी.
उदयन के पिता बीके दास पहले भोपाल के भेल में अफसर थे तथा उनकी मां इंद्राणी दास भोपाल में पुलिस मुख्यालय में डेपुटेशन पर थी. छत्तीसगढ़ अलग राज्य बन जाने पर दास परिवार साल 2008 में रायपुर में आकर रहने लगा. जहां पर इंद्राणी दास को सांख्यिकी विभाग में नौकरी मिल गई थी. आस-पड़ोस के लोगों का कहना है कि दास परिवार बहुत रिजर्व किस्म का था तथा लोगों से मेल जोल नहीं रखता था. एक दिन उदयन के माता-पिता दोनों अचानक गायब हो गये. तब उदयन ने पड़ोसियों को बताया कि वे न्यूयार्क चले गये हैं.
मकान उदयन के मां के नाम पर था. उदयन ने उसका नकली डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर मकान 31 लाख रुपयों में बेच डाला था. उदयन ने घर को एक अधिवक्ता हरीश पांडे को बेच दिया था.
उधर, बांकुरा में आकांक्षा न्यूयार्क जाने की बात कहकर जून 2016 में भोपाल आ गई. जहा वह उदयन के साथ साकेत नगर में लिवइन रिलेशन में रहने लगी. जुलाई 2016 में उदयन को आकांक्षा के चरित्र पर संदेह हुआ तो उसका गला घोंटकर मार डाला. उसके बाद उसने आकांक्षा के शव को लोहे की संदूक में बंद करके उसके चारों ओर सीमेंट का चबूतरा बना दिया.
उदयन को 2 फरवरी 2017 को भोपाल से गिरफ्तार किया गया है. रायपुर आने पर पुलिस की पूछताछ में और खुलासे होने की संभावना है. पुलिस का कहना है कि उदयन बार-बार अपने बयान बदल रहा है. उसने पुलिस से यह भी कहा कि दोनों ने न्यूयार्क में जाकर शादी की थी. जिस पर पुलिस को संदेह है. खबर तो यह भी है कि उदयन ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि उसने लाशों को ठिकाने लगाने का यह तरीका हॉलीवुड की फिल्म से सीखा है.