साक्षी महाराज को EC का नोटिस
नई दिल्ली | संवाददाता: चुनाव आयोग ने साक्षी महाराज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. मंगलवार को जारी अपने कारण बताओं नोटिस में चुनाव आयोग ने कहा है कि कि प्रथम दृष्टया मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट की जानबूझकर उपेक्षा की गई है तथा सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना की गई है. चुनाव आयोग ने साक्षी महाराज को 11 जनवरी के सुबह 11 बजे तक अपना जवाब देने के लिये वक्त दिया है.
चुनाव आयोग ने साक्षी महाराज को जारी किये गये अपने कारण बताओं नोटिस में सुप्रीम कोर्ट के 2 जनवरी 2017 के आदेश का भी उल्लेख किया है जिसमें कहा गया है कि धर्म एवं जाति का उपयोग वोट मांगने के लिये नहीं किया जा सकता है.
http://eci.nic.in/eci_main1/current/MCC_10012017.pdf
गौरतलब है कि भाजपा के सांसद साक्षी महाराज को जनसंख्या संबंधी उनकी कथित टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमे भाजपा सांसद ने कथित तौर पर कहा कि “चार पत्नियों और 40 बच्चों की बात करने वाले जनसंख्या की समस्या के लिये जिम्मेदार हैं.” आयोग का कहना है कि साक्षी की यह टिप्पणी प्रथम दृष्ट्या आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.
आयोग की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया कि प्रथम दृष्ट्या उन्होंने 4 जनवरी से लागू आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है. यह आचार संहिता उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद लागू की गई है.
नोटिस में कहा गया कि उनकी टिप्पणियों में समाज के विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने का प्रभाव है. पिछले सप्ताह संत सम्मेलन में बोलते हुए साक्षी महाराज ने कहा था, देश में समस्याएं खड़ी हो रही हैं जनसंख्या के कारण. उसके लिये हिन्दू जिम्मेदार नहीं है. जिम्मेदार तो वे हैं जो चार बीवियों और 40 बच्चों की बातें करते हैं.
उन्होंने यह भी कहा था कि पशुओं को मारकर जो धन कमाया जा रहा है, उसका इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण में किया जा रहा है.