छत्तीसगढ़

भूपेश की आय से अधिक संपत्ति- जोगी

रायपुर | संवाददाता: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़- जे के सुप्रीमों अजीत जोगी ने भूपेश बघेल के पास आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप लगाया है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने रायपुर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप लगाया है. अजीत जोगी ने कहा है कि भूपेश बघेल की संपत्ति 5 साल में 10 गुना बढ़ी है.

अजीत जोगी ने कहा भूपेश बघेल ने चुनाव के समय शपथ पत्र में दिया है. शपथ पत्र के आधार पर जोगी ने आरोप लगाया है कि भूपेश बघेल की सम्पति 2004 में 76 लाख थी जो 2013 में 8 करोड़ से ऊपर हो चुकी है. अजीत जोगी ने कहा कि भूपेश बघेल ने अपनी आय का स्त्रोत कृषि बताया है.

अजीत जोगी ने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल ने अपने 2008 के शपथ पत्र में पुरैना रायपुर में 4559.35 स्क्वायर फीट की गैर कृषि भूमि जिसकी कीमत 5 लाख 5 हज़ार रुपये होना बताया था उसे 2013 के चुनाव शपथ पत्र में 14 जून 2011 को खरीदना बताया है. यह कैसे संभव है कि एक व्यक्ति कोई संपत्ति खरीदने के तीन वर्ष पूर्व ही उसे घोषित कर देता है. इसके अलावा केवल पांच सालों में 5 लाख के मकान की कीमत 1 करोड़ 28 लाख कैसे हो गयी जबकि उसमे डेवलपमेंट शुल्क शून्य बताया गया है.

अजीत जोगी ने कहा कि वर्ष 2004 के शपथ पत्र में जमीनों की कुल कीमत 48,03, 060 लाख रुपये बताई गयी. और चार वर्ष बाद यानि वर्ष 2008 के शपथ पत्र में भी उन्ही जमीनों के मूल्य में कोई बदलाव नहीं हुआ, उनका मूल्य वही बताया गया जो 2004 के शपथ पत्र में था यानि 4 सालों में जमीनों का मूल्य एक पैसे भी नहीं बढ़ा. भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग के समक्ष झूठा शपथ पत्र पेश कर गुमराह किया.

अजीत जोगी के अनुसार 2004 के शपथ पत्र में भूपेश बघेल ने पूरी 12.8 हेक्टेयर जमीन को अपने स्वामित्व का बताया और उसका मूल्य 29,88,460 लाख रुपये बताया. 2008 के शपथ पत्र यानि चार साल बाद भूपेश बघेल ने उसी 12.8 हेक्टेयर जमीन को दो भागों में होना बताया. 8.78 स्वयं के नाम से और बाकी 4.17 हेक्टेयर पत्नी के नाम पर होना बताया और दोनों जमीनों का कुल मूल्य 29,88,460 लाख रुपये ही बताया जो 2004 में भी वही था. यह कैसे संभव है? 29,88, 460 लाख रुपये की जमीन जो पिछले दो चुनावी शपथ पत्रों में एक पैसा नहीं बढ़ी वो अचानक 2013 के शपथ पत्र में 3.58 करोड़ और 1.76 करोड़ रुपये बढ़ गयी. यही नहीं 12.8 हेक्टेयर जमीन 2004 के अनुसार भूपेश को अगर विरासत में मिली है, तो क्या उन्होंने इस जमीन का 4 हेक्टेयर भाग अपनी पत्नी को बेचा या दान दिया क्योंकि 2013 के शपथ पत्र में एक ने जमीन विरासत में मिलना और दूसरे ने न मिलना बताया है.

अजीत जोगी ने सवाल किया कि एक व्यक्ति जिसके परिवार पर पाटन क्षेत्र के ग्राम कुरुदीह के गरीब आदिवासियों की जमीन हड़पने का आरोप लगा है, उसे एवं पत्नी को उसी क्षेत्र में करोड़ों की जमीन विरासत में मिली? किसने दी? वो जमीन विरासत देने वाले के पास कैसे आई? क्या परिवार में बड़े पैमाने पर जमीनों का बंटवारा सरकारी जांच को गुमराह करने के लिए किया गया?

जोगी ने मुख्यमंत्री को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सत्ता और विपक्ष मिलकर छत्तीसगढ़ को लूट रहे हैं और इसलिए एक दूसरे के विरुद्ध जांच करने से बचते हैं. विपक्ष जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री को अगस्ता डील में जानबूझ कर चुप्पी साधे हुए है वहीँ रमन सरकार, विपक्ष के विरुद्ध मामलों पर सुस्त रूख अपनाये हुए है.

जोगी ने कहा कि उन्होंने 6 जुलाई को अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर खरीदी घोटाले में छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई वित्तीय अनियमिताओं एवं मनी लॉन्डरिंग में मुख्यमंत्री की भूमिका की जांच करने प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक कर्नल सिंह को साक्ष्यों सहित पत्र लिखा था. इस संबंध में ईडी के साथ फॉलोअप किया जा रहा है लेकिन अब तक ईडी सुस्त रूख अपनाए हुए है. जोगी ने कहा कि एसपी त्यागी की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई और ईडी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की संलिप्तता की भी जांच करे.

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