गोड़ी चमड़ी के खिलाफ ब्लैक मॉडल
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: डिडे हावर्ड को फैशन उदयोग से शिकायत है कि यहां चमड़ी का रंग देखा जाता है. इस कारण से डिडे का फैशन मॉडल का सपना अब कर पूरा नहीं हुआ है. डिडे इस रंगभेद से डरी नहीं है उसने ‘ब्लैक मिरर’ नाम से एक अभियान छेड़ दिया है.
जिसमें वह मशहूर फैशन मॉडल के पोज में अपनी फोटो सोशल मीडिया में पोस्ट कर रही है. ताकि लोगों को पता चले कि काली चमड़ी में भी नजाक़त है, वे भी फैशन मॉडल बन सकती हैं. डिडे हावर्ड कहती हैं, “मुझे उम्मीद है कि दुनिया अब हमारी तरफ़ भी देखेगी और काली लड़कियां भी अपनी क्षमताओं को पहचानेंगीं.”
डिडे हावर्ड मूलत: लाइबेरिया की रहने वाली हैं. उन्होंने अपनी वेबसाइट पर लिखा, “जब मैं बड़ी हो रही थी तो सोचती थी कि गूची, शिनेल, लुई वोएटॉन्ग जैसे बड़े ब्रैंड काली लड़कियों को अपने विज्ञापनों में क्यों नहीं लेते. क्यों फ़ैशन जगत में टायरा बैंक्स, नाओमी कैंपबैल और इमान जैसी गिनी चुनी ब्लैक मॉडल हैं.”
डिडे की कुछ अन्य तस्वीरें-
डिडे के इस अभियान को सोशल मीडिया में भारी समर्थन मिल रहा है. उसके फोटोज को हजारों लाइक्स मिल रहें हैं.
भारत की स्थिति भी इससे जुदा नहीं है. यहां पर भी गोरी चमड़ी-काली चमड़ी का भेदभाव किया जाता है. खासकर विवाह के मामले में. हर कोई गोरी लड़की की चाहत रखता है भले ही उसके परिवार में कोई गोरा न हो. यहां तक की काली सास भी गोरी बहू की कामना करती हैं.