छत्तीसगढ़: मृत्यु के बाद पेसमेकर दान
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक महिला डॉक्टर की मृत्यु के बाद उनका पेसमेकर अस्पताल को दान दे दिया गया. रायपुर के अंबेडकर अस्पताल के स्त्रीरोग विभाग की प्रोफेसर रहीं डॉ. शोभा शर्मा का रविवार को 82 साल की उम्र में मृत्यु हो गई थी.
मृतक महिला डॉक्टर के बेटे-बेटियों ने उनके शरीर में लगे पेसमेकर को अस्पताल को दान कर दिया गया. अब 10 लाख रुपये मूल्य का यह पेसमेकर किसी जरूरतमंद को लगाया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि डॉ. शोभा शर्मा को 2 साल पहले ही पेसमेकर लगाया गया था. दरअसल, इस मशीन से जिनके हृदय की धड़कन कम होती है उनकों लगाया जाता है. इससे हृदय की धड़कन सामान्य हो जाती है.
पेसमेकर एक बार लगाने के बाद 10 साल तक काम करता है. अब डॉ. शोभा शर्मा के पेसमेकर को किसी अन्य मरीज को 8 साल तक लगाकर रखा जा सकेगा.
पेसमेकर
यह एक ऐसा छोटा उपकरण होता है, जो मानव हृदय के साथ ऑपरेशन कर लगाया जाता है और मुख्यतः ह्रदय गति को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके द्वारा किये गये प्रमुख कार्यों में ह्रदय गति को उस समय बढ़ाना, जब यह बहुत धीमी हो एवं उस समय धीमा करना, जब यह बहुत तेज़ हो आते हैं. इनके अलावा हृदय गति के अनियमित होने की दशा में ह्रदय को नियन्त्रित रूप से धड़कने में मदद भी करता है. पेसमेकर को सर्जरी के द्वारा छाती में रखा जाता है. लीड तारों को ह्रदय की मांसपेशी में डाला जाता है. बैटरी वाला यह उपकरण कंधे के नीचे त्वचा के भीतर रखा जाता है.