कुत्तों के बधियाकरण से क्या होगा?
रायपुर | संवाददाता: रायपुर कांग्रेस ने पूछा है कि क्या बधियाकरण से कुत्तों के आतंक से मुक्ति मिल जायेगी. उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ माह से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की गलियों में कुत्तों का आतंक फैला हुआ है. कुत्ते हिंसक हो गये हैं तथा उन्होंने दो दिन पहले ही 15 लोगों को बुरी तरह से काटा था.
कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने के नाम पर रायपुर में पशु चिकित्सकों को प्रति कुत्ते के बधियाकरण के लिये 700 रुपये दिये जा रहें हैं. कई चिकित्सकों ने प्रतिदिन 25 कुत्तों का बधियाकरण करने का दावा किया है. इस तरह से प्रतिदिन 17,500 रुपये, प्रति पशु चिकित्सक भुगतान करने पड़ेंगे. रायपुर शहर कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया है कि कुत्तों के साथ फोटो खिचवाकर शासन को चूना लगाया जा रहा है.
रायपुर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस तरह से लाखों रुपयों के फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है.
कांग्रेस ने सवाल किया है कि क्या कुत्तों का बधियाकरण करने से उनके आतंक से मुक्ति मिल जायेगी. रायपुर कांग्रेस का कहना है कि जनता कुत्तों के आतंक से मुक्ति चाहती है जबकि शासन का ध्यान कुत्तों का बधियाकरण करने की ओर हैं. जिससे फौरी तौर पर कुत्तों के आतंक से मुक्ति नहीं मिलेगी.
गौरतलब है कि कुत्तों का बधियाकरण करने से उनकी प्रजनन क्षमता खत्म हो जाती है जिससे भविष्य में कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण रखा जा सकता है, अभी सवाल जनता को कुत्तों के आतंक से निज़ात दिलाने का है.
शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने राज्य की भाजपा सरकार पर कुत्तों का आतंक रोकने में खाना पूर्ति करने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा महीनों पहले से आदमखोर हो चुके कुत्तों पर लगाम लगाने उनका बधियाकरण करना समझ से परे है. बधियाकरण कुत्तो की आबादी रोकने में कारगर साबित हो सकता है।
उन्होंने प्रति दिन 25 कुत्तों के बधियाकरण के दावे पर भी सवाल उठाते हुए कहा जब प्रति दिन इतने कुत्ते पकड़े जाते है फिर उनका बधियाकरण कर उन्हें पुनः शहर के भीतर क्यों छोड़ दिया जाता है.