महिला इंजीनियर को जिंदा जलाया
मुजफ्फरपुर | समाचार डेस्क: बिहार में एक महिला इंजीनियर को कुर्सी में बांधकर जिंदा जला देने का मामला सामने आया है. मृतका की पहचान उसकी मां ने पास में पड़ी हुई चप्पल को देखकर किया है. मृतका मनरेगा में जेई थी. मृतका का नाम सरिता देवी है. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है. मृतका का शव रविवार रात को बजरंग विहार कॉलोनी के एक निर्माणाधीन मकान में मिला.
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो देखा कि शरीर बुरी तरह जल चुका था. शरीर की सिर्फ हड्डियां नजर आ रही थी. पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो महिला इंजीनियर की मां कुसुम देवी ने पास पड़ी चप्पल देखकर शव की पहचान की. पुलिस को जांच में पता चला कि महिला इंजीनियर का उसके पति के साथ काफी समय से विवाद चल रहा था.
मिली जानकारी के अनुसार मृतका अपने बेटे के साथ गांव में रहती थी. वहीं मृतका का पति भी उसी गांव में रहता है. महिला इंजीनियर की मौत की खबर सुनकर एसएसपी विवेक कुमार खुद मौका-मुआयना करने पहुंचे. एसएसपी ने कहा कि प्राथमिक जांच में मामला हत्या का जान पड़ता है. उन्होंने आगे कहा कि सभी बिंदुओं पर जांच जारी है और जल्द इस मामले को सुलझा लिया जायेगा.
गौरतलब है कि सरिता देवी पिछले तीन साल से मुरौल में जेई के पद पर तैनात थी. सरिता बजरंग विहार कॉलोनी में विजय गुप्ता नामक शख्स के मकान में रहती थी. कॉलोनी में ही विजय का एक और निर्माणाधीन मकान है, जहां पर सरिता अक्सर अपने ऑफिस के काम के सिलसिले में जाती थी. इस घटना को वहीं अंजाम दिया गया.
पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. नोट में मृतका ने अपनी मां से बच्चों का ख्याल रखने की बात कही है. फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग को पुख्ता करने के लिये फोरेंसिक जांच के लिये भेज दिया है. मृतका रविवार शाम आखिरी बार कॉलोनी में ही देखी गई थी.
घटनास्थल और मौके पर पड़ी हड्डियों को देखकर पुलिस को शक है कि महिला को केमिकल छिड़क कर जलाया गया होगा. फिलहाल पुलिस सभी सुबूतों को इकट्ठा करते हुए परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है. साथ ही पुलिस ने निर्माणाधीन मकान को भी सील कर दिया है.