पहली बार नहीं हुई है सर्जिकल स्ट्राइक
नई दिल्ली | बीबीसी: विदेश सचिव एस जयशंकर ने संसदीय समिति को जानकारी दी है कि नियंत्रण रेखा के पार पहले भी सेना ने निश्चित निशाने, सीमित क्षमता और आतंकवाद निरोधी अभियान चलाया है लेकिन ये पहली बार है कि सरकार ने इस बारे में सार्वजनिक जानकारी दी है.
विदेश सचिव से सांसदों ने सवाल पूछा था कि क्या पहले भी ऐसी ‘सर्जिकल स्ट्राक्स’ हुई हैं. इसके जवाब में विदेश मामलों की संसदीय समिति को एस जयशंकर ने ये जानकारी दी.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बैठक में मौजूद सूत्रों के हवाले से ये ख़बर दी है.
इससे पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बयान दिया था कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान हुए सर्जिकल स्ट्राइक के दावे गलत हैं.
मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि उड़ी हमले के बाद पहली बार भारत ने ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ किया है और इससे पहले जो अभियान हुए हैं वो स्थानीय स्तर पर सरकार को शामिल किए बगैर हुए थे.
विदेश सचिव ने संसदीय समिति को ये भी बताया कि 29 सितंबर को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद भी सरकार पाकिस्तान से संपर्क में है लेकिन ये तय नहीं है कि भविष्य में किस स्तर पर संपर्क रखे जाएंगे.