दंतेवाड़ाबस्तर

छत्तीसगढ़: लाइफ लाइन एक्सप्रेस पहुंची

दंतेवाड़ा | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में ‘लाइफ लाइन एक्सप्रेस’ पहुंच गई है. बुधवार से इसमें मरीजों का इलाज शुरु कर दिया गया है. आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित इस रेलगाड़ी में छः डिब्बे हैं. जिसमें से दो में शल्यकक्ष, एक में ओपीडी तथा तथा बाकी के तीन डिब्बों में जांच आदि का कार्य किया जाता है.

इसके माध्यम से दंतेवाड़ा के अलावा सुकमा तथा बीजापुर के मरीजों का भी इलाज किया जायेगा. इसके लिये अब तक करीब साढ़े तीन हजार लोगों ने अपना पंजीयन कर लिया है. यह रेलगाड़ी 26 अक्टूबर तक बस्तर में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा देगी.

इस लाइफ लाइन एक्सप्रेस में देश के जाने-माने चिकित्सक अपनी सेवायें देते हैं. इसमें जांच, चिकित्सा, शल्यक्रिया तथा दवायें मुफ्त में दी जाती है.

लाइफ लाइन एक्सप्रेस में आंखों के इलाज के लिए परीक्षण 5 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक और ऑपरेशन 6 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक होंगे.

कटे-फटे होठ की जांच 14 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक और शल्य चिकित्सा 15 से 16 अक्टूबर तक, पोलियो तथा अस्थि रोग से संबंधित परीक्षण 17 से 18 अक्टूबर और शल्य चिकित्सा 18 से 21 अक्टूबर तक होंगे.

मिर्गी तथा दंत रोग के संबंध में सर्जरी नहीं होगी, इनका इलाज लाइफ लाइन के ओपीडी में ही होगा. कान के रोगों का परीक्षण 22 से 24 अक्टूबर और शल्य चिकित्सा 23 से 26 अक्टूबर तक होगी.

आदिम जाति कल्याण मंत्री केदार कश्यप ने बुधवार को इसका शुभारंभ किया है.

लाइफ लाइन एक्सप्रेस
लाइफ लाइन एक्सप्रेस 1991 से लगातार चल रही है. यह ट्रेन दूर-दूर रह रहे गाँवो तक जरुरी दवाइयों को पहुचाती है. जिन लोगों को चिकित्सा सेवा नहीं मिल पाती, उनके लिए ये बहुत अच्छी सेवा है. इस सेवा को शुरुआत में गैर सरकारी संस्था ने शुरू किया था. अब यह ट्रेन भारतीय रेल और स्वस्थ्या मंत्रालय द्वारा संचालित है.

लाइफ लाइन एक्सप्रेस लगभग पूरे देश में घूमती है. हर स्टेशन में यह लगभग 21 दिन तक रूकती है. जिससे वहां के सभी जरुरत मंद लोगों को इस सेवा का फ़ायदा मिल सके. अभी लाइफलाइन एक्सप्रेस ने 25 साल पूरे किये. इसने अभी तक लगभग 1,00,000 लोगों का इलाज करके उन्हें ठीक किया है. इस सेवा में अंधेपन, सुनने की परेशानी, मस्तिष्क संबंधी, और ह्रदय संबंधी बीमारियां ठीक की है.

इस ट्रेन की सबसे अच्छी बात यह है कि इलाज बिलकुल मुफ्त है. यहाँ दवाइयों के लिये कोई पैसा खर्च नहीं करना. इस सेवा में सरकार के आलावा कोई भी हिस्सेदार बन सकता है. अगर आप जन सेवा करना चाहते है. तो आप इस ट्रेन में निकल पड़िये और करिये ऐसे लोगों की जिन्हें आपकी ज्यादा जरुरत है.
Lifeline Express

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