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छत्तीसगढ़ में भी ज़हर बना मिड-डे मील

रायपुर: मिड डे मील के शिकारों में अब छत्तीसगढ़ के बच्चों का नाम भी जुड़ गया है. राज्य के बेमेतरा जिले के एक स्कूल में मिड डे मील खाकर 38 बच्चों की हालत बिगड़ गई.

घटना की जानकारी मिलते ही सभी बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से आठ बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. जिलाधिकारी हालांकि सभी बच्चों की हालत सामान्य बता रहे हैं.

बेमेतरा जिले के मऊ गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल में शनिवार दोपहर जब बच्चों ने भोजन अवकाश के समय स्कूल की तरफ से मिला भोजन ग्रहण किया, तुरंत बाद बच्चों के पेट में दर्द होने लगा और कुछ बच्चे उल्टियां करने लगे. कुछ बच्चे बेहोश भी हो गए.

ग्रामीणों को जैसे ही घटना का पता चला, उन्होंने तत्काल जिला मुख्यालय को सूचना दी. स्कूल के शिक्षकों और ग्रामीणों ने मिलकर एम्बुलेंस बुलाया और बच्चों को बारी-बारी से जिला अस्पताल ले गए.

बीमार हुए एक बच्चे के पिता ने बताया कि बेमेतरा जिला अस्पताल में 38 बच्चों को भर्ती कराया गया है, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनों ही शामिल हैं. इनमें से आठ बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. चिकित्सकों का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह फूड प्वॉइजनिंग का मामला लगता है.

होश आने पर सातवीं की छात्रा राखी ने बताया, “हमने दाल में छिपकली होने की शिकायत प्रधान अध्यापक से पहले ही की थी, लेकिन उन्होंने बात टाल दी.”

बेमेतरा के जिलाधिकारी बासव राजू ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और यह भी पता चला है कि बच्चों ने खाने में छिपकली होने की शिकायत की थी. सभी बीमार बच्चों का इलाज चल रहा है, उनकी हालत में सुधार है. मामले की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.

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