छत्तीसगढ़: बिलासपुर में बनेगा खेलगांव
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में खेलगांव विकसित किया जायेगा. इसकी घोषणा मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सोमवार को राजधानी रायपुर में एक समारोह में किया. मुख्यमंत्री राष्ट्रीय खेल दिवस पर राज्य खेल अलंकरण समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने राज्य खेल प्राधिकरण बनाने का भी एलान किया.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए दस वर्ष की कार्ययोजना तैयार की जाएगी. ग्रामीण स्तर पर 8 से 12 वर्ष के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को चुनकर उन्हें जिले, संभाग और राज्य स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्हें निःशुल्क प्रशिक्षण और आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. व्यक्तिगत खेलों जैसे एथेलेटिक्स, तैराकी, तीरंदाजी सहित विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा.
व्यक्तिगत खेलों में बारह से 18 वर्ष के खिलाड़ी जिनका प्रदर्शन राष्ट्रीय रिकार्ड के आसपास होगा, उन्हें सीधे चुनकर प्रशिक्षण दिया जाएगा. अच्छा प्रदर्शन करने वाले पुलिस के जवानों सहित दूसरे विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों को भी इस योजना में राज्य स्तरीय अकादमी में खेलों के राष्ट्रीय प्रशिक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा.
राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिस्पर्धाओं में पदक जितने वाले खिलाड़ियों को छत्तीसगढ़ सरकार के खर्च पर राष्ट्रीय स्तर के खेल संस्थानों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा. छत्तीसगढ़ की नई खेल नीति के तहत इस कार्ययोजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तर पर और संभाग स्तर पर मंत्रियों की देख-रेख में समितियों का गठन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को तैयार करने की इस कार्ययोजना के लिए बजट की कमी नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के 60 वर्ष की आयु के ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने ओलम्पिक, एशियाड और राष्ट्र मंडलीय खेलों में हिस्सा लिया है, उनके लिए पेंशन योजना शुरू की जाएगी. डॉ. सिंह ने खिलाड़ियों के लिए दुर्घटना बीमा योजना शुरू करने की भी घोषणा की. उन्होंने समारोह में राज्य के 103 खिलाड़ियों को विभिन्न खेल पुरस्कारों के अंतर्गत लगभग पौने तीन करोड़ रूपए की पुरस्कार राशि का वितरण किया.
डॉ. सिंह ने इस अवसर पर रियो ओलम्पिक 2016 में भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल राजनांदगांव की सुश्री रेणुका यादव को दस लाख रूपए के विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया.