छत्तीसगढ़: मिड-मील से फूड पायजनिंग
अंबिकापुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में शनिवार को मिड-डे मील खाने से करीब 40 बच्चे बीमार पड़ गये. स्कूल प्रशासन ने उन्हें तुरंत 108 संजीवनी से सरकारी अस्पताल पहुंचाया. बच्चों का इलाज कर रहे डॉ. रेलवानी ने फूड पायजनिंग की आशंका जाहिर की है. घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर अस्पताल पहुंचे.
शनिवार को अंबिकापुर के बिलासपुर रोड पर स्थित सुंदरपुर प्राइमरी स्कूल में करीब 65 बच्चों को खिचड़ी परोसा गया. उसे खाने के बाद 40 बच्चों ने पेट दर्द तथा फेट फूलने की शिकायत की. इससे पहले भी लुंड्रा में इसी तरह से मिड-डे मील से बच्चों के बीमार पड़ने की घटना घट चुकी है.
अंबिकापुर के इस स्कूल में गायत्री स्व सहायता समूह द्वारा मिड-डे मील दिया जाता है. डीईओ योगेश शुक्ला ने गायत्री स्व सहायता समूह को तुरंत इस जिम्मेदारी से हटा दिया है. उन्होंने बताया कि खिचड़ी के सैंपल की जांच कराई जायेगी.
मिली जानकारी के अनुसार मिड-डे मील से बच्चों के बीमार पड़ने की हुई कई घटनाओं के बाद सरकार ने आदेश दिया था कि इसे बच्चों को परोसने के पहले शिक्षक चखकर देख लेवें. परन्तु यहां पर उस सरकारी आदेश का पालन नहीं किया गया.
कुछ अभिवाहकों का आरोप है कि स्कूल में कच्चा या जला हुआ खाना परोसा जाता है.