छत्तीसगढ़

फेसबुक टिप्पणी पर IAS अलेक्स को नोटिस

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर अलेक्स पॉल मेनन को सामान्य प्रशासन विभाग ने नोटिस भेजा है. अलेक्स पॉल मेनन को यह नोटिस सोशल मीडिया में मुस्लिमों तथा दलितों की फांसी को लेकर न्यायपालिका पर टिप्पणी करने के कारण जारी किया गया है.

उनसे यह पूछा गया है कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से सोशल साईट पर ज्यूडिशियरी पर ऐसी टिपण्णी क्योँ की. आईएएस अफसर अलेक्स पॉल अभी छत्तीसगढ़ में चिप्स के सीईओ और सूचना प्रौद्योगिकी के सचिव हैं. उन्होंने फेसबुक पर लिखा था की कोर्ट से फांसी की सजा सुनाये जाने वालों 94 फीसदी मुस्लिम और दलित होते हैं.

उल्लेखनीय है कि जून, 2016 में छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर एलेक्स पाल मेनन का दावा किया था कि 94% फांसी दलित-मुस्लिमों को दी जाती है. सोशल मीडिया पर अपने इस पोस्ट के साथ ही उन्होंने सवाल किया था किया भारत की न्यायिक व्यवस्था पक्षपातपूर्ण है.

उऩके इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया. एलेक्स पाल मेनन इससे पहले भी विवादस्पद मुद्दों पर अपनी राय सोशल मीडिया पर रखते रहें हैं.

गौरतलब है कि मेनन सोशल मीडिया पर जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया का समर्थन करने के बाद विवादों में आये थे. बलरामपुर कलेक्टर रहते हुए एलेक्स की टिप्पणी का स्थानीय विधायक बृहस्पति सिंह ने विरोध किया था.

इस मामले में विधानसभा में हंगामे के बाद सरकार ने एलेक्स को कलेक्टर के पद से हटाकर मंत्रालय में पदस्थ किया था.

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