हत्या के विरोध में रायपुर बंद
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की राजधानी में बढ़ते अपराध के विरोध में शनिवार को बंद रखा गया है. इस बंद का आव्हान् सराफा एसोसिएशन ने किया है. गौरतलब है कि 29 जून की रात रायपुर के सराफा कारोबारी पंकज बोथरा की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपी पंकज का ज्वेलरी से भरा बैग लेकर फरार हो गये थे.
रायपुर सराफा एसोसिएशन के इस बंद का कांग्रेस की रायपुर जिला समिति तथा छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स ने समर्थन किया है.
सराफा व्यापारी के हत्यारे को गिरफ्तार करने के लिये उनके एसोसिएशन ने गुरुवार को आईजीपी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था.
छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष अमर परवानी ने कहा कि शनिवार को सभी व्यापारी कारोबार बंद कर सुबह 8 बजे नाहटा मार्केट में एकत्र होंगे.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने कहा है कि रमन राज में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि राजधानी में सरेआम गोली मारकर व्यापारियों से, व्यापारियों के कर्मचारियों से लूट और हत्या तो आम बात हो गयी है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि रायपुर की बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति और बढ़ती हत्या और लूट की घटनाओं के परिणामस्वरूप असुरक्षित जन-जीवन को देखते हुए व्यापक आक्रोश समाज के सभी वर्गों में है. व्यापारी जगत लगातार लूटेरों और हत्यारों के निशाने पर है. महिलायें और बच्चे असुरक्षित हैं. इससे भय का वातावरण निर्मित हो गया है.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हाल में ही हुये हत्या तथा लूट पर कांग्रेस ने कहा कि 11 जून को नजदीक के गांव छछानपैरी में पूर्व विधायक डॉ. शिवकुमार डहरिया की माताजी की हत्या कर दी गई. डॉ. शिवकुमार डहरिया के पिताजी पर भी जानलेवा हमला हुआ है. जिसके हत्यारे अभी तक गिरफ्त से बाहर है.
राजधानी रायपुर में एक माह के अंदर गोलीबारी की लगातार बड़ी घटनायें हो रही. पूर्व उपमहापौर गजराज पगरिया के पुत्र पर गोलीबारी की घटना हुई.
सूदखोर के द्वारा वसूली के लिये आकाश तिवारी नामक युवक की वसूली के लिये गोली मार कर हत्या कर दी गयी.
गुरूवार 30 जून को व्यवसायी पंकज बोथरा की गोली मारकर हत्या कर लूट लिया गया.
व्यवसायी के कर्मी से दो दिन पहले सरेआम राजधानी के हृदय स्थल पर लूट लिया जाता है.
राजधानी रायपुर में आम जनता असुरक्षित और भय के वातावरण में जीने को मजबूर है.
इसे देखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेश बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव ने राजधानी रायपुर बंद को सफल बनाने अपील की है.
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राजधानी रायपुर के आभूषण व्यापारी पंकज बोथरा की हत्या के मामले में किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जायेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और अपराधियों का युद्धस्तर पर पता लगाया जा रहा है. डॉ. सिंह ने उम्मीद जताई है कि अपराधी जल्द गिरफ्तार होंगे. डॉ. सिंह ने कहा कि यह एक जघन्य वारदात है. उन्होंने स्वर्गीय पंकज बोथरा के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति प्रकट की है.
गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने भी पुलिस अधिकारियों को इस मामले के सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच करने का आदेश दिया है और कहा है कि अपराधियों को जल्द कानून के शिकंजे में लाया जाये. श्री पैकरा ने कहा कि पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए चौतरफा सघन अभियान शुरू कर दिया है.
मुख्यमंत्री और गृह मंत्री इस मामले की जांच की प्रगति के बारे में पुलिस अधिकारियों से लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं. डॉ. रमन सिंह ने जांच अभियान को और भी तेज करने के निर्देश दिये हैं.
क्या कहते हैं सरकारी आकड़े-
नेशनल क्राइम रिसर्च ब्यूरों के ताजा आकड़ों के अनुसार 11.2 लाख की आबादी वाले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में साल 2014 में 5975 संज्ञेय अपराध हुये हैं. रायपुर में साल 2014 में हत्या की 29 घटनायें हुई हैं जिनमें 33 लोग मारे गये.
इसी साल हत्या के उद्देश्य से 71 हमलें हुये थे जिसमें 74 लोग घायल हुये थे. रायपुर में 88 रेप की घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज की गई है.
साल 2014 में रायपुर में 177 लोगों का अपहरण किया गया था तथा 61 डकैतियां हुई थी. जहां तक रायपुर में होने वाले चोरियों की बात है तो राजधानी में 1340 चोरिया हुई थी.