छत्तीसगढ़

स्मार्ट सिटी, रमन ने दी बधाई

नई दिल्ली | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के रायपुर को स्मार्ट सिटी नामांकन के लिये रमन ने जनता को बधाई दी है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मंगलवार को अपनी त्वरित प्रतिक्रिया में कहा-स्मार्ट सिटी के लिए रायपुर शहर का नामांकित होना गौरव की बात है. रायपुर को तेजी के साथ स्मार्ट सिटी के रुप में विकसित करने का सपना हम सब मिलकर साकार करेंगे. रायपुर स्मार्ट सिटी की सभी संभावनाओं को साथ लेकर चल रहा है. शहर की जनता को स्मार्ट सिटी के अनुरुप ज्यादा से ज्यादा बुनियादी सुविधाएं देने के लिए शासन वचनबद्ध है.

मुख्यमंत्री ने नगरीय विकास मंत्री अमर अग्रवाल सहित विभागीय अधिकारियों को भी इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं हैं.

गौरतलब है कि केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय की स्मार्ट सिटी मिशन योजना के तहत के दूसरे चरण के तहत घोषित 13 शहरों में रायपुर को छठवें स्थान मिला है. रायपुर के अलावा इस सूची में लखनऊ, भागलपुर, न्यू टाउन कोलकाता, फरीदाबाद, चंडीगढ़, रांची, धर्मशाला, वारंगल, पणजी, अगरतला, इम्फाल तथा पोर्ट ब्लेयर शामिल हैं.

दरअसल, केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय की स्मार्ट सिटी मिशन योजना के तहत पहले चरण की सूची में यूपी समेत 23 प्रदेशों के एक भी शहर को स्थान नहीं मिल पाया था. राज्य सरकारों की आपत्ति के बाद केन्द्र ने वंचित रह गए सभी प्रदेशों से एक-एक शहर को फास्ट ट्रैक मोड में डाल कर स्मार्ट सिटी के लिए प्रस्ताव मांगा था.

केन्द्र सरकार ने स्मार्ट सिटी के चयन के लिए एपेक्स कमेटी गठित की थी. कमेटी द्वारा सभी प्रस्तावों का मेरिट के आधार पर परीक्षण करने के बाद स्मार्ट सिटी की घोषणा की गई है.

स्मार्ट सिटी में क्या होगा-
स्मार्ट सिटी में रहने वाले हर व्यक्ति को क्वालिटी लाइफ मिले. यानी किफायती घर हो, हर तरह का इन्फ्रास्ट्रक्चर हो. पानी और बिजली चौबीसों घंटे मिले. एजुकेशन के ऑप्शंस हों. सुरक्षा हो. एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स के साधन हों. आसपास के इलाकों से अच्छी और तेज कनेक्टिविटी हो. अच्छे स्कूल और अस्पताल भी मौजूद हों. स्मार्ट सिटी में मेडिकल इमरजेंसी रिस्पॉन्स टाइम 30 मिनट से ज्यादा की नहीं होगी. एक लाख की आबादी पर 30 बिस्तरों वाला छोटा अस्पताल, 80 बिस्तरों वाला मीडियम अस्पताल और 200 बिस्तरों वाला बड़ा अस्पताल होगा.

स्मार्ट सिटी के अंदर एक स्थान से दूसरे स्थान जाने का ट्रैवल टाइम 45 मिनट से ज्यादा का नहीं होगा. स्मार्ट सिटी में 24 घंटे सातों दिन पानी और बिजली सप्लाई होगी. 100 फीसदी घरों तक वाईफाई कनेक्टिविटी होगी तथा 100 एमबीपीसी की स्पीड पर वाईफाई पर मिलेगी.

हर 2500 लोगों पर एक प्री-प्राइमरी, हर 5000 लोगों पर एक प्राइमरी, हर 7500 लोगों पर एक सीनियर सेकंडरी और हर एक लाख की आबादी पर पहली से 12वीं क्लास तक का एक इंटिग्रेटेड स्कूल होगा.

बड़ी कंपनियों को स्मार्ट सिटी में अपना इंडस्ट्री लगाने के लिए सुविधाएं और सहूलियत मिलेंगी. उन पर टैक्स का ज्यादा बोझ नहीं होगा. स्मार्ट सिटी के अंदर रहने वालों को अपनी आमदनी के लिए उस इलाके से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ेगा.

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