बायसी कोल ब्लॉक सीएसपीजीसीएल को
रायगढ़ | संवाददाता: कोयला मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के मांड-रायगढ़ के बैसी कोल ब्लाक का आबंटन छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेन कं. लिमिटेड को कर दिया है. सरिया और तराईमार के इलाके के इस कोल ब्लाक की क्षमता 150 मिलियन टन है.
कोयला मंत्रालय ने छह राज्यों में स्थित 14 कोयला ब्लॉकों को ऊर्जा क्षेत्र के लिए आवंटित किया है. यह आवंटन अंतर-मंत्रालयी समिति की अनुशंसा पर आवेदक राज्य सरकारों, कोयला ब्लॉक वाले राज्यों और संबंधित प्रशासनिक मंत्रालय जैसे विद्युत मंत्रालय और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के साथ प्रत्येक स्तर पर विस्तृत विचार-विमर्श के बाद किया गया है.
कोयला मंत्रालय ने इस संबंध में आवेदन अपनी वेबसाइट पर 31 दिसम्बर, 2012 को जारी किया था. इसके बाद मिले 318 आवेदनों में से 276 आवेदन सभी प्रकार से पूरे पाए गए. इसमें से 235 आवेदन विद्युत क्षेत्र के लिए निधारित 14 कोयला ब्लॉक के लिए थे. आवेदनों की विस्तृत जांच और अन्य तथ्यों के बाद 14 कोयला ब्लॉक के लिए 128 आवेदन योग्य पाए गए.
इन 14 कोयला ब्लॉकों में प्रतिवर्ष 159 मिलियन टन कोयला उत्पादन की क्षमता है और इनका कुल भूगर्भीय आरक्षित भंडार 8311 मिलियन टन है. इससे 31800 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा सकेगा. इन कोयला ब्लॉकों के आवंटन से विद्युत क्षेत्र में 1 लाख 60 हजार करोड़ रु. के निवेश से अधिक का निवेश होगा जिसका प्रभाव अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों में भी देखा जा सकेगा.
इन कोयला ब्लॉकों का आवंटन 15 राज्यों और छह केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों को किया गया है. इनमें से कुछ कोयला ब्लॉक को उनके आकार के कारण एक से अधिक राज्यों को दिया गया है.