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नागा साधु के बिना सिंहस्थ नहीं

उज्जैन | समाचार डेस्क: नागा साधुओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान से अखाड़ा परिषद नाराज हो गया है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को यहां सिंहस्थ में पहुंचे. विचार महाकुंभ में उन्होंने नागा साधुओं पर एक बयान दिया. इससे राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद नाराज हो गया है.

प्रधानमंत्री ने कहा था कि नागा साधु हो कुंभ की पहचान बना दी गई है. कुंभ के नाम पर हर जगह नागा साधुओं के फोटो और वीडियो दिखाए जाते हैं. क्या हम इसे बदल सकते हैं?

इस पर राष्ट्रीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी जी महाराज ने शनिवार को कहा – “किसी ने नागा साधुओं को कुंभ मेले की पहचान बनाया नहीं है, बल्कि वो तो कुंभ और सिंहस्थ की स्वाभाविक पहचान हैं. ”

उन्होंने आगे कहा- “कुंभ मेला नागा साधुओं का ही है. दुनियाभर के करोड़ों श्रद्धालु सिंहस्थ और कुंभ में 13 अखाड़ों के नागा साधुओं के दर्शन करने ही आते हैं. यदि कुंभ में नागा साधु न आएं तो मेला सिंहस्थ नहीं कहलाएगा.”

नरेंद्र गिरी ने कहा- “लोग नागा साधुओं से आशीर्वाद लेने सिंहस्थ में आते हैं, विचार कुंभ की बातें सुनने नहीं.”

उल्लेखनीय है कि नरेंद्र गिरी महाराज तपोनिधि निरंजनी अखाड़े के प्रमुख हैं. वे शैव और वैष्णव परंपरा के 13 अखाड़ों की राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष भी हैं.

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