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बेवजह फंसाया- बंदी पत्रकार

जगदलपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के बस्तर में बंदी पत्रकारों ने केन्द्रीय टीम को बयान दिया कि उन्हें बेवजह फंसाया गया है. बस्तर संभाग के पत्रकारों के खिलाफ चल रहे कथित फर्जी मामले की जांच के लिए दिल्ली से आई तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम ने शनिवार को बस्तर जेल में कड़ी सुरक्षा के बीच पत्रकारों का बयान लिया. जांच टीम में एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश भी शामिल हैं.

स्थानीय केंद्रीय कारागार में बंद गीदम के बारसूर निवासी पत्रकार प्रभात सिंह और बस्तर जिले के दरभा के पत्रकार संतोष यादव व संतोष नाग का बयान लेने तीन सदस्यीय टीम जेल पहुंची. जेल के सहायक अधीक्षक की उपस्थिति में इन पत्रकारों का बयान लिया गया.

केंद्रीय टीम को दिए बयान में इन पत्रकारों ने बेवजह फंसाने का आरोप लगाया है.

ज्ञात हो कि बस्तर के पत्रकारों का मामला दिल्ली की एक अदालत में चल रहा है. इन दिनों पत्रकार स्थानीय केंद्रीय जेल में सजा काट रहे हैं. इन पर पुलिस के खिलाफ कार्य करने का भी आरोप है.

उल्लेखनीय है कि बारसूर निवासी प्रभात सिंह के खिलाफ आईटी एक्ट, ब्लैकमेलिंग, शासकीय कार्य में बाधा के मामले चल रहे हैं. वहीं संतोष यादव एवं संतोष नाग पर नक्सलियों की मदद करने सहित हत्या का आरोप भी लगाया गया है.

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