राष्ट्र

इसी वर्ष से NEET शुरु

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इसी सत्र से देशभऱ में एक ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा होगी. दिनभऱ लोगों की नजर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार करती रही. समाचार पत्रों दफ्तरों में खबर जानने के लिये फोन खड़खड़ाते रहे. न्यायमूर्ति अनिल आर दवे की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने देश भर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस और परास्नातक कोर्स में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा इसी वर्ष से आयोजित करने का आदेश दिया है.

देश भर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए चालू शैक्षणिक सत्र 2016-17 से ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा होगी. सुप्रीम कोर्ट ने तमाम आपत्तियों को दरकिनार करते हुए इसी साल से नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट, NEET के आयोजन को हरी झंडी दे दी है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित यह परीक्षा दो चरणों में होगी.

एक मई को होने वाले एआईपीएमटी को पहला चरण माना जाएगा, जबकि दूसरे चरण का आयोजन 24 जुलाई को होगा. जो छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर पाए हैं, उनके पास दूसरे चरण में मौका होगा. संयुक्त प्रवेश परीक्षा में करीब आठ लाख अभ्यर्थियों के बैठने की उम्मीद है.

पीठ ने परीक्षा के प्रस्तावित कार्यक्रम को स्वीकार कर लिया है. दूसरे चरण की परीक्षा के लिए नए सिरे से आवेदन मंगाए जाएंगे. 17 अगस्त तक परीक्षा के नतीजे घोषित हो जाएंगे और इसके बाद 45 दिनों के भीतर काउंसिलिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. 30 सितंबर तक परीक्षा की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.

इससे पहले केंद्र सरकार और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने पीठ से कहा कि इस वर्ष भी NEET आयोजित करना संभव है. एडिशनल सॉलिसिटर जनरल पिंकी आनंद ने कहा कि 21 दिसंबर, 2010 को एमसीआई और डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा जारी अधिसूचना के तहत वे NEET को आयोजित करने के लिए तैयार हैं.

पीठ ने परीक्षा के आयोजन के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, संस्थानों और पुलिस को सीबीएसई की मदद करने को कहा है. कोर्ट ने कहा कि परीक्षा केंद्र में जैमर लगाने सहित तमाम सुरक्षा उपायों का इंतजाम किया जाए. अगर इसमें किसी को परेशानी हो तो वह अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है.

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