छत्तीसगढ़: आय से अधिक कई करोड़ बरामद
बिलासपुर | संवाददाता: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ में छापामार कार्रवाई कर हड़कंप मचा दिया है. छत्तीसगढ़ में भ्रष्ट अधिकारियों पर शनिवार भारी पड़ गया. सूबे में आठ अधिकारियों के आवास पर एंटी-करप्शन ब्यूरो की टीमों ने 13 ठिकानों पर दबिश दी. एसीबी की टीम ने रायपुर, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरिया एवं रायगढ़ जिले में भ्रष्ट अधिकारियों के यहां छापामार कार्रवाई की.
टीमें जल संसाधन, खाद्य विभाग, पीडब्ल्यूडी, राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, मार्केटिंग सोसायटी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी के यहां एसीबी दस्तावेज खंगाल रही हैं.
पखवाड़े भर पहले भी प्रदेश के आठ अधिकारियों के यहां एसीबी ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी.
बिलासपुर संभाग में आठ स्थानों पर छापे की खबर है. एसीबी की टीम ने मुंगेली के पूर्व डीईओ एन.के. द्विवेदी, जांजगीर-चांपा में मार्केटिंग सोसायटी के सुपरवाइजर अर्जुन यादव के यहां छापा मारा. द्विवेदी पर मुंगेली में पदस्थापना के दौरान गलत तरीके से तीन लोगों को अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने के मामले में भी एसीबी में मामला दर्ज है, जिसमें उनके खिलाफ पुख्ता सबूत एसीबी को मिले थे.
रायगढ़ स्थित सरला विला निवास पर जब एसीबी की टीम ने छापा मारा, तो द्विवेदी घर पर नहीं थे, घर को सील कर दिया गया.
रायगढ़ में चार टीमें छापामार कार्रवाई के लिए पहुंचीं. टीमें पीडब्ल्यूडी के ईई एफ. खेज और शाहिद अली के यहां भी जांच कर रही हैं.
कोरिया जिले में भी एसीबी ने दबिश देकर जल संसाधन विभाग के ईई एस.यू. राम के यहां जांच शुरू की. वहीं रायपुर में सुंदर नगर के पटवारी मिथिलेश पांडे के यहां भी जांच जारी है.
इन अधिकारियों के यहां पड़े छापे :
1. एन. के. द्विवेदी : डीईओ, रायगढ़
2. आनंद पांडेय : जिला परियोजना अधिकारी, बिलासपुर
3. गुलाम मोहम्मद : सेवानिवृत्त एएफओ खाद्य विभाग
4. अर्जुन यादव : सुपरवाइजर, मार्केटिंग सोसायटी, अकलतरा (जांजगीर-चांपा)
5. एफ. खेज : ईई, पीडब्ल्यूडी, रायगढ़
6. शाहिद अली : रायगढ़
7. एसयू राम : ईई, जल संसाधन विभाग, कोरिया
8. मिथिलेश पांडेय : पटवारी, सुंदर नगर, रायपुर
एंटी करप्शन ब्यूरों द्वारा छापे में मिली संपत्ति
आनंद पाण्डेय, परियोजना अधिकारी, जिला पंचायत, बिलासपुर-
60 लाख रुपये का मकान. ऋषभ काम्प्लेक्स में 5 दुकानें. भाई के नाम पर स्कूल तथा कोचिंग में निवेश. लगभग 100 कमरों वाला 2 एकड़ में फैला द्रोणा महाविद्यालय. 10 मिनी बस, 2 बड़ी बस, 1 वेगन आर कार, 2 टाटा मैजिक.
अर्जुन लाल यादव, सहायक प्रबंधक, मार्कफेड, जांजगीर-
1.50 लाख नगद, 30 लाख का मकान, 4 ट्रक, 1 ट्रैक्टर, बीमा पॉलिसी में 5 लाख रुपये, 5 लाख का सोना 1 किलो चांदी, बच्चों के नाम अकलतरा में 40 लाख की जमीन, गांव में पत्नी के नाम पर 2 एकड़ जमीन.
मिथिलेश पाण्डेय, पटवारी, रायपुर-
1.75 लाख रुपये नगद, 7 प्रापर्टी जिसकी कीमत 1 करोड़ रुपये, बैंक लॉकर में 30 तोला सोना, सुंदर नगर में 50 लाख का तथा डगनिया में 60 लाख के दो मकान किराये पर दे रखा है. 10-15 जमीन में निवेश.
जीआर देवांगन, उपयंत्री, जल संसाधन विभाग, राजनांदगांव-
1 लाख रुपये नगद, 50 लाख की जमीन के कागजात, 60 लाख का मकान, कार तथा कई जमीन.
शांतिलाल गुप्ता, एसडीओ, जल संसाधन विभाग, बैकुंठपुर, कोरिया-
बाथरूम में छुपाये 21 लाख से ज्यादा की रकम, पत्नी के नाम पर 20 लाख के प्लाट, 8 लाख का मकान, उज्जैन में 25 लाख का मकान, बैंक में लाकर.
गुलाम मोहम्मद खान, सेवानिवृत खाद्य अधिकारी-
25 लाख का मकान, 3.50 लाख का प्लाट, पत्नी तथा बेटी के नाम 2 पेट्रोल पंप कीमत 40 लाख, बिलासपुर में 21 लाख का प्लाट, उमरिया में 24 लाख की प्रापर्टी,.
फेबियन खेस, ईई, पीडब्लूडी, अंबिकापुर-
1.85 लाख नगद, 1.60 करोड़ का नर्सिंग होम का मकान, रायगढ़ में 5 एचआईजी मकान, गांव में 1.50 करोड़ का फॉर्म हाउस तथा पोल्ट्री फॉर्म, रायपुर में 1 मकान, दुर्ग में 30 लाख की जमीन, पैतृक जमीन, कार.
उमाशंकर राम, कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन विभाग, बैकुंठपुर-
3.55 लाख नगद, अंबिकापुर में 60 लाख का 2 मकान, लड़के के नाम 30 लाख का मकान, बिलासपुर में 40 लाख का मकान, रायपुर में दूसरे लड़के के नाम 30 लाख का मकान, 50 एकड़ का फॉर्म हाउस तथा 6 लाख के जेवरात.
एनके दिवेदी, शिक्षा अधिकारी, रायगढ़-
50 हजार रुपये नगद, 40 लाख का दो मंजिला मकान, बिलासपुर में 1 कोरड़ का प्लाट.