स्वास्थ्य

40 और दवाओं के दाम घटे

नई दिल्ली | संवाददाता: राष्ट्रीय दवा मूल्य नियामक प्राधिकरण ने 21 जून से चालीस दवाओं के मूल्यों को नियंत्रण के तहत ले लिया है. ये दवाए अब निर्धारित मूल्यों पर ही बिकेंगी. इससे पहले 14 जून को 151 दवाओं के मूल्य कम किये गये थे. इन 151 दवाओं के दाम कम करने से पहले 92 दवाओं के दाम कम किये जा चुके हैं.

इन चालीस दवाओं में एमौक्सीसीलीन, एमेकेसीन तथा सीफेक्सीन जैसी अति महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक शामिल हैं. मलेरिया की दवा आरसुनेट एवं प्राइमाक्वीन, कृमि की दवा एलबेंडाजोल तथा फंगस की दवा फ्लूकोनाजोल के दाम भी प्राधिकरण ने तय कर दिये हैं. उच्च रक्तचाप की दवा एटेनेनाल, एमलोडीपिन एवं डायबीटि़ज की दवा मेटफारमिन, थायराइड की दवा लीवोथायराक्सिन, तनाव की दवा एलप्राजोलम और डायजीपाम के मूल्य भी अब कम हो जायेंगे.

नई दर के अनुसार कृमि की दवा एलबेंडाजोल के 400 मिग्रा की गोली 19.12 रुपये, एंटीबायोटिक एमौक्सीसीलिन के 500 मिग्रा की एक गोली 6.09 रुपये, मलेरिया की दवा आरसुनेट के 50 ग्राम की एक गोली 20.04 रुपये से ज्यादा मूल्य पर नही बेची जा सकेगी. उच्च रक्तचाप की दवा एमलोडीपिन की 5 मिग्रा की कीमत 3.06 तथा थायराइड की दवा लीवोथायराक्सिन के 100 माइक्रो ग्राम की एक गोली की कीमत 1.11 रुपये तय कर दी गई है. ये दवाएं इन निर्धारित मूल्यों से कम कीमत में बेची जा सकती हैं पर अधिक में नही.

एंटीवायरल एसाइक्लोवीर, कैंसर की दवा इमाटिनीब जैसी महत्वपूर्ण दवाएं भी इस सूची में शामिल हैं. इससे पहले इन दवाओं पर सरकारी मूल्य नियंत्रण लागू नही होता था. लेकिन नयी दवा मूल्य नीति के तहत आवश्यक 348 दवाओं का दाम कम किया जाना है. अभी तक कुल 283 दवाओं के मूल्य कम हुए हैं बाकी बची 65 दवाओं के मूल्य जल्द ही कम होने वाले हैं.

error: Content is protected !!