सरगुजा

छत्तीसगढ़: अंबिकापुर में ‘पॉली बर्थ’

अं‍बिकापुर | संवाददाता: अंबिकापुर के जिला अस्पताल में शनिवार एक महिला ने पांच बालिकाओं को जन्म दिया. जानकारी के अनुसार 23 वर्षीया मनिका राजवाड़े ने सुबह करीब 11 बजे सामान्य प्रसूति के जरिए इन बालिकाओं को जन्म दिया. मनिका राजवाड़े बिनकारा गांव की रहने वाली हैं.

अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर एनके पांडेय ने बीबीसी को बताया, ”आज सुबह ही प्रसव हुआ और महिला ने पांच लड़कियों को जन्म दिया है. हालांकि बच्चों का जन्म समय से पहले हुआ है, इसलिए उनका वज़न कम है.”

डॉक्टर पांडेय के अनुसार आम तौर पर 9 महीने में पैदा होने वाले औसत बच्चों का सामान्य वज़न 2.5 किलोग्राम के आसपास होता है लेकिन मनिता का प्रसव 7 महीने में ही हुआ है और सभी बच्चियां 1 किलोग्राम से 1.5 किलोग्राम वज़न की हैं.

इन बालिकाओं का वजन एक से लेकर डेढ़ किलो बताया गया है. महिला मनीता पति महेश उम्र 25 वर्ष निवासी बिनकारा लखनपुर ब्लॉक को करीब 6 माह में ही प्रसूति हो गई. फिलहाल नवजात बालिकाओं को गहन चिकित्सा इकाई में उपचार के लिए भर्तीं कराया गया है.

महिला को लेबर वार्ड में ही चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है. सभी बालिकाओं की हालत अच्छी बताई गई है. चिकित्सकों की टीम इनकी निगरानी कर रही है. यह महिला की दूसरी प्रसूति है. पहली बार जन्म के बाद बच्चे की मौत हो गई थी. डॉक्टरों के अनुसार अभी महिला और बच्चों की हालत पर सतत निगरानी रखी जा रही है.

चिकित्सीय भाषा में इसे पॉली बर्थ कहा जाता है. यह एक या कई ‘एग्स’ के निषेचन से बनता है. कई बार निषेचन के बाद ‘एग’ एक से ज्यादा ‘फीटस’ में बदल जाता है. जब एक ‘एग’ से एक गर्भ ठहरता है तो उसे मोनोझाइगोटिक कहते हैं. इसी तरह से जब दो ‘एग’ से गर्भ ठहरता है तो उसे डाइझाइगोटिस तथा इससे ज्यादा होने पर मल्टीझाइगोटिस कहते हैं.

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