छत्तीसगढ़ में बिजली 12% महंगी हुई
रायपुर | संवाददाता: सरप्सल बिजली वाले छत्तीसगढ़ में 1 अप्रैल से बिजली 12 फीसदी महंगी हो गई है. इसकी घोषणा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने 31 मार्च को की है. इसे छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग का ‘अप्रैल फूल’ कहा जा सकता है जिसके तहत जिन घरों में बिजली की खपत ज्यादा उनके लिए दरों में कम वृद्धि, जिन घरों में बिजली की खपत औसत उनकी बिजली 12 फीसदी महंगी तथा जिन घरों में बिजली की खपत कम है उनकी बिजली ज्यादा महंगी हो गई है.
इस तरह से अपने खर्चों को कम करने की कोशिश में बिजली का कम उपयोग करने वालों पर ज्यादा चपत लगी है.
छत्तीसगढ़ बिजली विनियामक आयोग के सचिव पीएन सिंह ने गुरुवार की शाम बिजली की औसतन दर 12 फीसदी बढ़ाने की घोषणा की है. नई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी.
नये आदेश में रेलवे तथा उद्योगों को छूटे दी गई हैं. रेलवे से जुड़ी कोई नई परियोजना के तहत कनेक्शन लेने पर अगले 5 साल तक बिजली की खपत के ऊर्जा प्रभार में 10 फीसदी की छूट दी जायेगी.
इसी तरह से उद्योगों को किसी महीने में लोड फैक्टर 65 से 70 फीसदी के बीच होने पर उस महीने की कुल बिजली खपत पर ऊर्जा प्रभार में 5 फीसदी की छूट दी जायेगी तथा 70 फीसदी से अधिक लोड होने पर ऊर्जा प्रभार में 10 फीसदी की छूट दी जायेगी.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी ने बिजली की दरें 29 फीसदी तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था. जिसके बाद सरकार ने पॉवर कंपनी को अनुदान देने की घोषणा की थी ताकि दरें कम बढ़ें. इसके बावजूद बिजली की दरें औसतन 12 फीसदी बढ़ा दी गई हैं.
पहले से महंगाई से जूझ रही जनता के मुश्किलों में इस बढ़ोतरी से और इज़ाफा होगा यह तय माना जा रहा है.