इंडियन कौंसुलेट पर हमला, 8 मरे
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: अफगानिस्तान के जलालाबाद में भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास दो धमाके की खबर है. अफगानिस्तान के जलालाबाद में आतंकवादियों द्वारा बुधवार को भारतीय वाणिज्य दूतावास पर किए गए हमले में एक पुलिसकर्मी व दो नागरिकों की मौत हो गई. इस दौरान आतंकवादियों की सुरक्षाबलों से भीषण मुठभेड़ हुई. सभी पांचों हमलावर मारे गए हैं. अफगानिस्तानी समाचार रपटों के मुताबिक, हमले में 19 अन्य नागरिक घायल हुए हैं. अधिकारियों ने कहा है कि भारतीय वाणिज्य दूतावास के सभी राजनयिक व कर्मी सुरक्षित हैं.
नांगरहर प्रांत की राजधानी जलालाबाद को तालिबान आतंकवादियों द्वारा अकसर निशाना बनाया जाता है.
वाणिज्य दूतावास पर साल 2013 में भी हमला हुआ था, जिसकी जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी. लेकिन, बुधवार को हुए हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है.
हमला दोपहर के आसपास तब शुरू हुआ, जब फिदायीन हमलावर दूतावास के मुख्य द्वार पर आ धमके और उनमें से एक ने खुद को उड़ा लिया.
समाचार एजेंसी तोलो न्यूज के मुताबिक, पुलिस अधिकारी फजल अहमद शिरजाद ने कहा कि आत्मघाती विस्फोट का मकसद अन्य आतंकवादियों को इमारत में दाखिल होने के लिए मार्ग प्रशस्त करना था.
विस्फोट में दो नागरिक व एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. इसके बाद आतंकवादियों व सुरक्षाबलों के बीच भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई.
पत्रकारों ने विस्फोट व मुठभेड़ की जानकारी दी. वाणिज्य दूतावास के निकट एक दुकानदार ने कहा कि उसने एक भयानक विस्फोट के बाद इलाके में कई घायल लोगों को देखा.
पुलिस अधिकारी ने कहा, “चार अन्य हमलावर मुठभेड़ के दौरान आधे घंटे में मारे गए.”
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हमले से इलाके में भय का माहौल व्याप्त हो गया है.
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक एक भारतीय राजनयिक ने कहा, “हमारे कर्मियों को निशाना बनाया गया, लेकिन सभी सुरक्षित हैं.”
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने जनवरी में जलालाबाद में पाकिस्तानी दूतावास को निशाना बनाकर किए गए हमलों की जिम्मेदारी ली थी, जो अफगानिस्तान में इस संगठन का पहला बड़ा हमला था.
यह हमला इस सप्ताह अफगानिस्तान सरकार व तालिबान के बीच सीधी शांति वार्ता से पहले हुआ है.
जनवरी महीने में जलालाबाद के निकट पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास में एक मुठभेड़ में कम से कम सात अफगानी सुरक्षाकर्मी मारे गए थे.
अफगान सरकार बीते एक दशक से अधिक वक्त से तालिबान से जूझ रही है. तालिबान ने हाल के महीनों में कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है.
बीते साल सितंबर में तालिबान ने अफगानिस्तान के उत्तरी शहर कुंदुज पर आंशिक तौर पर कब्जा कर लिया, जो साल 2001 में सत्ता से बाहर होने के बाद उसकी सबसे बड़ी जीत थी.