कमल हासन ने ‘हे राम’ को याद किया
चेन्नई | मनोरंजन डेस्क: आजकल बॉलीवुड में अपनी पुरानी फिल्मं तथा गाने को याद करके प्रचारित करने का प्रचलन बढ़ा है. खासकर, अमिताभ तो निरंतर इस पर अपने ब्लॉग तथा ट्विटर हैंडल पर लिखते रहते हैं. भला ऐसे समय में दक्षिण के महानायक कमल हासन पीछे कैसे रह सकते हैं. उन्होंने भी अपनी इस फ्लॉप फिल्म को याद किया तथा भावुक हो गये. अभिनेता-फिल्मकार कमल हासन की फिल्म ‘हे राम’ को 16 साल पूरे हो गए हैं, जिसे याद कर वह भावुक हो गए है. उन्होंने फिल्म की शूटिंग के दौरान बिताए पलों को याद किया और फिल्म के कलाकारों और प्रशंसकों का आभार जताया. कमल ने गुरुवार को अपने ट्विटर पेज पर लिखा, “फिल्म ‘हे राम’ को 16 साल पूरे होने पर प्रशंसक जश्न मना रहे हैं..भावुक हूं. उन सभी की याद आ रही है, जिन्होंने इसे संभव बनाया, खासकर शाहरुख खान और भरत शाह.”
फिल्म भारत के विभाजन और महात्मा गांधी की हत्या पर आधारित है.
कमल ने शुक्रवार को विशेष रूप से अभिनेता मोहन गोखले की भूमिका को याद किया. फिल्म की शूटिंग के दौरान उनका निधन हो गया, जिसके बाद उनका किरदार अतुल कुलकर्णी को दिया गया.
कमल ने मोहन के बारे में लिखा, “मोहन गोखले के निधन के बाद हमने अतुल कुलकर्णी के साथ दोबारा शूटिंग की, जिन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता.”
उन्होंने लिखा, “उनके निधन से पहले ही मैंने उनसे कहा था कि वह अपने किरदार के लिए पुरस्कार जीत सकते हैं. गोखले ने अपने निधन से पहले 90 प्रतिशत तक की शूटिंग पूरी कर ली थी.”
For those who have no clue what I am lamenting. The film was Hey Ram and Mr. Ghokle’s died after completing 90 percent of his work. Loved MG
— Kamal Haasan (@ikamalhaasan) 19-फ़रवरी-2016
कमल हासन द्वारा निर्देशित फिल्म में रानी मुखर्जी, हेमा मालिनी, अब्बास, गिरीश कर्नाड, वसुंधरा दास, नसीरुद्दीन शाह सहित कई अन्य सितारों ने अपने अभिनय के जलवे बिखेरे थे.
फिल्म ‘हे राम’-
साल 2000 में प्रदर्शित फिल्म ‘हे राम’ का निर्देशन कमल हासन ने स्वयं किया था. साम्प्रदायिकता और महात्मा गाँधी की हत्या को केंद्र में रख कर कमल हासन ने एक काल्पनिक कहानी की रचना की जिसका मुख्य पात्र साकेत राम है. वह देश विभाजन के समय हुए दंगो में अपनी पत्नी की मुस्लिम दंगाईओं के हाथों बलात्कार और हत्या के बाद अतिवादी विचारधारा से प्रेरित हो महात्मा गाँधी की हत्या करने की योजना बनाता है. हिंदी फिल्म प्रदर्शन के साथ ही विवादों में आ गयी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फिल्म के प्रदर्शन में बहुत बाधाएं खड़ी की. फिल्म के हिंदी संस्करण को बॉक्स ऑफिस पर अपेक्षित सफलता नहीं मिल पायी.