मप्र: फसल बीमा योजना की शुरुआत होगी
भोपाल | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश से फसल बीमा योजना की औपचारिक शुरुआत करेंगे. जिसके तहत बहुत कम प्रीमियम पर किसानों को बीमा का लाभ दिया जायेगा. इससे सूखा पीड़ित या वर्षा से फसल खराब हो जाने पर किसानों को पूरू फसल का बीमा लाभ मिलेगा. नरेंद्र मोदी गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर मध्य प्रदेश आ रहे हैं. वह यहां सीहोर जिले के शेरपुर में आयोजित किसान महासम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस मौके पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को औपचारिक रूप से लागू किए जाने की शुरुआत होगी.
मोदी को किसान मित्र सम्मान से नवाजा जाएगा. आयोजन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. आधिकारिक जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री विशेष विमान से भोपाल आएंगे और यहां से दोपहर एक बजे हेलीकॉप्टर से सीहोर जाएंगे. वहां शेरपुर में अपराह्न् 1.30 से 2.30 बजे तक किसान कल्याण मेला कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. मोदी कार्यक्रम स्थल से अपराह्न् 2.35 बजे रवाना होकर हेलीकप्टर से भोपाल आएंगे, जहां से विशेष विमान से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे. .
इस महासम्मेलन में प्रधानमंत्री, कृषि कर्मण पुरस्कार 2013-14 की ट्रॉफी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन और मुख्य सचिव को सौंपेंगे. मध्य प्रदेश के किसानों की ओर से मुख्यमंत्री मोदी को ‘किसान मित्र सम्मान’ से सम्मानित करेंगे. इसके साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का औपचारिक लोकार्पण किया जाएगा. मोदी करीब 32 मिनट तक किसानों को संबोधित करेंगे.
इस मौके पर केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी किसानों को संबोधित करेंगे.
इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से किसान शेरपुर पहुंच रहे हैं. भाजपा का दावा है कि इस आयोजन में पांच लाख से ज्यादा किसान पहुंच रहे हैं. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
यह योजना आगामी खरीफ सीजन से लागू हो जायेगी. इस योजना के तहत खरीफ की फसलों के लिए किसानों को सिर्फ दो प्रतिशत प्रीमियम चुकाना होगा. यह व्यवस्था समान रूप से लागू की जा रही है. रबी फसल के लिए 1.5 प्रतिशत प्रीमियम का भुगतान करना होगा. वार्षिक कारोबारी और बागवानी फसलों के लिए यह प्रीमियम 5 प्रतिशत होगा.
इस योजना के अंतर्गत सरकारी सब्सिडी की कोई ऊपरी सीमा नहीं है. प्रीमियम दर के सीमांकन का प्रावधान पहले की योजनाओं में था, लेकिन किसानों को इसके लिए काफी कम पैसे मिलते थे. अब किसान बिना किसी कटौती के समूची फसल की बीमा के एवज में दावे प्राप्त कर पायेंगे.