मोदी जुटा पाये 400 ग्राम सोना
नई दिल्ली | संवाददाता: नरेंद्र मोदी की गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम आधा किलो सोना भी नहीं जुटा पाई. सरकार के हाथ केवल 400 ग्राम सोना लगा है. सरकार ने उम्मीद की थी कि 15 दिनों में और कुछ नहीं तो कम से कम 500 टन सोना तो आ ही जाएगा.
लेकिन 500 टन की कौन कहे, 500 ग्राम सोना भी नहीं आ पाया. सरकार में शामिल लोग हैरान हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर हो क्या रहा है.
सरकार की इस स्कीम के तहत सोने को बैंक में जमा कराकर सरकार उसे वित्तीय निवेश के लिए इस्तेमाल कर सकती है. इसके चलते सोने के आयात को भी घटाया जा सकेगा. इससे होने वाली कमाई इनकम टैक्स और कैपिटल गेन टैक्स के दायरे में भी नहीं आएगी.
सरकार को उम्मीद थी कि ऐसा करने से व्यापारियों को घरेलू बाजार में ही सोना उपलब्ध हो जाएगा जिससे उन्हें इंपोर्ट ड्यूटी के बोझ से छुटकारा मिलेगा. सरकार का कहना था कि इस योजना से एक बड़े स्तर पर सोने के गहने बनाने वाले उद्योग में हो रही चोरी रुकेगी. सरकार हॉलमार्क वाली जूलरी लेगी जिसके लिए सर्टिफिकेशन चाहिए होगा. इस तरह प्योरिटी वाले आइटम बाजार में आएंगे और सोने में मिलावट कम होगी. इससे आने वाले समय में वैश्विक स्तर पर बेहतर पकड़ बनेगी.