सुशील पाठक हत्याकांड में फिर रिमांड
रायपुर | संवाददाता: पत्रकार सुशील पाठक हत्याकांड के दो आरोपियों को फिर से 5 दिन की सीबीआई रिमांड पर सौंपा गया है. रायपुर की एक स्थानीय अदालत ने इन दोनों आरोपियों को रिमांड पर सौंपने के आदेश जारी किये हैं.
इससे पहले भी 2 नवंबर तक सात दिनों के लिये इन आरोपियों को रिमांड पर लिया गया था. माना जा रहा है कि इन दोनों आरोपियों से सीबीआई ने कई महत्वपूर्ण सबूत एकत्र किये हैं.
गौरतलब है कि दैनिक भास्कर के बिलासपुर संस्करण के वरिष्ठ पत्रकार सुशील पाठक 19-20 दिसंबर 2010 की रात अपना काम समाप्त कर सरकंडा स्थित अपने घर जा रहे थे. घर से कुछ दूरी पर उन्हें बीच सड़क पर गोली मार दी गई थी. लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई खास सफलता नहीं हासिल की और हत्यारे आज़ाद घूमते रहे. 24 फरवरी 2011 को मुख्यमंत्री ने मामले की सीबीआई जांच की घोषणा की लेकिन जांच की कार्रवाई 14 सितंबर 2011 को जा कर शुरु हुई.
लेकिन सीबीआई जांच पर उस समय सवाल खड़े हो गये जब 23 अगस्त 2012 को सरकंडा के जमीन कारोबारी रामबहादुर नागर को केस से बाहर करने के नाम पर सीबीआई टीम में शामिल एएसआई लक्ष्मीनारायण शर्मा और प्राइवेट जासूस तपन गोस्वामी को रिश्वत के दो लाख रु. के साथ सीबीआई की विजलेंस टीम ने गिरफ्तार किया. इस मामले में एएसपी डीके राय को भी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. बाद में इस मामले की जांच के लिये नये सिरे से अफसरों की नियुक्ति की गई.
इस मामले में सुशील पाठक की पत्नी संगीता पाठक ने हाईकोर्ट में हलफनामा देकर मामले की जांच की मांग की, जिसके बाद सीबीआई ने राजेश ठक्कर और रामबहादुर को गिरफ्तार किया गया. रामबहादुर को नार्को टेस्ट, ब्रेन लिपी और अन्य टेस्ट के लिए पुणे ले जाया गया था, हालांकि इन टेस्ट्स के रिपोर्ट अभी तक कोर्ट में पेश नहीं किए गए हैं.
अब एक बार फिर से सीबीआई ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर लिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि सीबीआई इस महीने के अंत तक अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश कर सकती है.