जमीन की लड़ाई जारी रहेगी: राहुल
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: दिल्ली की किसान रैली में राहुल ने कहा जमीन बचाने की लड़ाई राज्यों में जारी रहेगी. रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में देशभर से आये किसानों को संबोधित करते हुये कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ललकारा कि जमीन किसान की मां के समान होती है उसे हर हालत में बचाना है. उन्होंने कहा लोकसभा-राज्यसभा में भूमि अधिग्रहण की लड़ाई लड़ने के बाद इसे राज्यों के विधानसभाओं में लड़ा जायेगा. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह किसानों से उनकी जमीन छीनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्यों में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ संघर्ष करेगी. यहां किसानों की एक रैली में राहुल ने कहा कि जमीन किसानों के लिए मां समान होती है.
उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ कांग्रेस का संघर्ष किसानों के भविष्य और उनके सम्मान का संघर्ष है.
उन्होंने एक घटना को याद करते हुए कहा कि एक किसान ने उनसे कहा था कि जिस जमीन पर वह किसानी करते हैं, वह उनके लिए मां जैसी है.
उन्होंने कहा, “उस किसान ने मुझसे कहा था कि मोदी सिर्फ हमारी जमीन ही नहीं छीन रहे हैं, बल्कि वह हमारी मां को हमसे छीन रहे हैं. वह हमसे हमारी मां को छीनकर किसी और को सौंप देना चाहते हैं. कृपया हमारे लिए संघर्ष कीजिए.”
राहुल ने कहा कि मोदी ने कहा है कि वह भूमि अध्यादेश को खत्म हो जाने देंगे. उन्होंने कहा, “लेकिन मैं मोदीजी को जानता हूं. वह जो कहते हैं, उसे करते नहीं हैं.”
राहुल ने कहा कि मोदी ने कहा है कि वह कांग्रेस शासनकाल के भूमि अधिग्रहण विधेयक को खत्म नहीं करेंगे. और, इसी के साथ उन्होंने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा है कि वे उस भूमि विधेयक के अनुरूप ही काम करें, जिसे संसद ने पारित नहीं किया है.
राहुल ने का, “भूमि विधेयक के खिलाफ संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है. यह लड़ाई लोकसभा-राज्यसभा की नहीं है. यह विधानसभा की है. कांग्रेस हर राज्य में इसके खिलाफ लड़ेगी.”
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के वादे से मुकर गई है. उन्होंने कहा कि इस साल के शुरू में ओलावृष्टि से जब फसलें तबाह हुईं, तो मोदी सरकार ने किसानों की कोई मदद नहीं की.
राहुल ने कहा, “मैं मोदी से कहना चाहता हूं. किसानों की बात सुनिए, उनके घर जाइए, उनका हाथ थामिए और उनकी मदद कीजिए.”
राजग सरकार तीन बार भूमि अधिग्रहण विधेयक लेकर आई, लेकिन संसद में इसे पारित नहीं करा सकी.
विपक्ष ने इस विधेयक को किसान विरोधी करार देते हुए इसे पारित नहीं होने दिया. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस इस जमीन की लड़ाई को जिला तथा गांव स्तर पर ले जाकर लड़ना चाहती है.