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PM मोदी पर बरसे राहुल

बेतिया | समाचार डेस्क: राहुल गांधी ने कहा भाजपा सरकार बनने पर सूट-बूट वाले आकर जमीन छीन लेगें. उन्होंने बिहार की जनता को आगाह करते हुये यह बात चुनावी सभा में कही. राहुल ने केन्द्र सरकार पर सूट-बूट वालों की सरकार होने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने बिहार की जनता से वादाखिलाओं से अपना राज्य बचाने कहा है. उन्होंने मोदी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुये कहा कि वादे के अनुसार न तो रोजगार दिया गया है और न ही भ्रष्ट्राचार के खिलाफ कोई कदम उठाया जा रहा है. उल्टे छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश शासन के भ्रष्ट्राचार को नजरअंदाज कर उनकी प्रशंसा की जा रही है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से बिहार में महागठबंधन के लिए चुनाव प्रचार का आगाज किया. केंद्र की राजग सरकार को एक बार फिर ‘सूट-बूट’ की सरकार बताते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जनता से वादाखिलाफी और भ्रष्टाचार का समर्थन करने का आरोप लगाया.

राहुल ने कहा कि मोदी ने लोकसभा के चुनाव से पहले गरीबों, किसानों और आम जनता से महंगाई कम करने, भ्रष्टाचार को रोकने और युवाओं को रोजगार देने समेत जो भी वादा किए थे, उसमें से एक वादा भी वह पूरा नहीं कर सके हैं.

पश्चिम चंपारण के रामनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “केंद्र में गरीबों की नहीं, बल्कि सूट-बूट की सरकार है. चाय बेचते-बेचते प्रधानमंत्री 15 लाख की सूट वाले हो गए.”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश में रोजगार सृजन और स्वच्छता अभियान के लिए सूट-बूट वाले लोगों के साथ बैठक करते हैं. अगर सच में सरकार ऐसा करना चाहती है तो मोदी को बेरोजगार लोगों और सफाईकर्मियों से मिलना होगा.

केंद्र सरकार पर भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने सूट-बूट वाले दोस्तों के साथ मिलकर किसानों की जमीन लेना चाहते थे, लेकिन विपक्ष के पुरजोर विरोध के आगे सरकार को झुकना पड़ा.

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, “मोदी सरकार आपसे आपकी जमीन छीनकर आपको रोजगार देना चाहती है. डेढ़ साल पूरा होने पर भी इस सरकार ने किसी को रोजगार नहीं दिया.”

राहुल ने कहा, “मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कही थीं, लेकिन जब छत्तीसगढ़ में हजारों करोड़ रुपये का जनवितरण घोटाला हुआ तो वह रमन सिंह सरकार की प्रशंसा कर रहे थे. इसी तरह मध्यप्रदेश में जब व्यापम घोटाला हुआ और उसमें वहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी और अधिकारियों की संलिप्तता उजागर हुई, तब भी मोदी वहां की सरकार की प्रशंसा कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि आर्थिक अपराध के मामले में फरार इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मदद कर रही हैं और ललित मोदी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे की कंपनी में पार्टनर हैं. इसके बाद भी प्रधानमंत्री कहते हैं कि ‘न मैं खाऊंगा और न खाने दूंगा.’

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन बनाने का उद्देश्य है सूट-बूट वालों और वादाखिलाफी करने वालों की सरकार से बिहार की जनता को बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि यहां अगर भाजपा की सरकार बन गई तो दिल्ली और गुजरात से सूट-बूट वाले लोग आकर यहां के लोगों से उनकी जमीन छीनेंगे.

राहुल ने मोदी के सूट-बूट पर एक बार फिर शाब्दिक प्रहार करते हुए कहा कि महात्मा गांधी जब दक्षिण अफ्रीका में वकालत करते थे, तब वह सूट-बूट पहनते थे, लेकिन जब भारत लौटे तो उनके पास केवल विचार थे. दूसरी तरफ मोदी के कपड़े दिन प्रतिदिन कीमती होते गए. पहले कुर्ता-पायजामा पहनते थे, जब प्रधानमंत्री बने तो उनके बदन पर 15 लाख रुपये का सूट आ गया.

उन्होंने लोगों से विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महागठंबधन के उम्मीदवारों को वोट देने की अपील करते हुए कहा, “मैं आपके लिए बिहार आना चाहता हूं. मैं गांधी की तरह धोती अपनाना चाहता हूं, आपको गले लगाना चाहता हूं.”

कांग्रेस के सी.पी. जोशी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार बिहार चुनाव में जनता न तो मंडल और न ही कमंडल, सिर्फ विकास को ही मुद्दा बनाएगी.

उन्होंने कहा, “भाजपा दिल्ली में हारी अब बिहार में भी हारेगी. हम लोग एक हैं. मीडिया भी हमारी एकता को तोड़ने का काम न करे.”

रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जिस तरह देश की आजादी में अंग्रेजों को झुकना पड़ा था, उसी तरह केंद्र सरकार को भी भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर किसानों के सामने झुकना पड़ा.

आजाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी ने जितने भी वादे किए थे, उसमें से अब तक एक भी पूरा नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा, “कुछ लोग काम करते हैं और कुछ लोग केवल धोखा देने आते हैं. इस चुनाव में भी ऐसे लोग आएंगे और फिर कई तरह के खोखले वादे करेंगे.”

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि आज लोग विकास के लिए ‘गुजरात मॉडल’ की बात कर रहे हैं, लेकिन वे लोग यह भूल जाते हैं कि गुजरात के विकास में बिहारियों का भी हाथ रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास देश के लिए बलिदान का रहा है. भाजपा को भी अपना इतिहास बताना चाहिए.

राष्ट्रीय जनता दल के नेता व लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर निशाना साधते हुए इसे अहंकारियों का गठबंधन बताया. उन्होंने कहा, “राजग के लोग बिहारियों को खरीदने की बात करते हैं, लेकिन उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि बिहार के लोग बिकाऊ नहीं टिकाऊ होते हैं.”

उन्होंने इशारों ही इशारों में मोदी को ‘ठग’ बताते हुए कहा, “चोर आता है तो चोरी कर जाता है, डकैत डकैती कर जाता है, मगर जब ठग आता है तो मीठी-मीठी बातें कर लोगों को ठगकर जाता है. इसलिए बिहार के लोगों को अब सावधान हो जाने की जरूरत है.”

पश्चिमी चंपारण में रैली स्थल पर पहुंचने से पहले राहुल विमान से पटना पहुंचे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया, जिसके बाद राहुल पश्चिमी चंपारण के लिए रवाना हुए. इस रैली में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद हालांकि शामिल नहीं हुए.

उल्लेखनीय है कि राज्य में 12 अक्टूबर से शुरू होने वाले चुनाव में जदयू, राजद और कांग्रेस महागठबंधन के तहत मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. इनका मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले राजग और छह वामपंथी दलों के मोर्चा से है.

दसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के चंपारण में दिए भाषण को ‘अपरिपक्व’ करार दिया है. भाजपा प्रवक्ता एम. जे. अकबर ने कहा, “राहुल गांधी को नए स्क्रिप्ट राइटर की जरूरत है, क्योंकि उनका भाषण घिसा-पिटा था. यह भाषण अपरिपक्वता से भरा हुआ था.”

उन्होंने कहा, “अपने भाषण के दौरान राहुल ने एक बार कहा कि आप ऐसे लोगों की संगत में रहते हुए अर्थव्यवस्था से जुड़े निर्णय नहीं ले सकते, जो महंगी घड़ियां पहनते हों और महंगी कलमें रखते हों. उन्हें कलम के मूल्य की समझ नहीं होगी, लेकिन एक परिपक्व व्यक्ति को इसकी समझ होती है.”

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