पीएम की जापान यात्रा में सामरिक रिश्तों पर होगी बात
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तीन दिवसीय जापान यात्रा दोनों देशों के बीच सामरिक और व्यापारिक साझेदारी को विस्तार देने और द्विपक्षीय असैन्य परमाणु करार को मूर्त रूप देने पर केंद्रित रहेगी. श्री सिंह सोमवार से 29 मई को आयोजित होने वाले भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जापान यात्रा पर गए हैं.
श्री सिंह शिखर सम्मेलन से पहले जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ हाई स्पीड़ रेल परियोजना के साथ कई बड़ी परियोजनाओं के बारे में चर्चा करेंगे. माना जा रहा है कि उनकी इस यात्रा में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय असैन्य परमाणु करार को भी अमलीजामा पहनाया जा सकता है जो की फुकुशिमा परमाणु संयंत्र हादसे के बाद लंबित पड़ा हुआ है.
इससे पहले सोमवार को टोक्यो रवाना होने से पूर्व अपने बयान में मनमोहन सिंह ने कहा कि जापान की यात्रा भारत की `पूर्व देखो’ नीति को नया अर्थ देगी और इस यात्रा पर वे राजनीतिक, सुरक्षा और ऊर्जा क्षेत्रों में जापान के साथ भारत के संबंध मजबूत करने के मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के हितों का सामंजस्य बढ़ रहा है और मैं इस संबंध को एशिया में स्थाई शांति एवं समृद्धि के लिए जरूरी तत्व के रूप में देखता हूं.