छत्तीसगढ़

हीरा ग्रुप: काला धन वैध बनाया

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के हीरा ग्रुप ने काले धन को वैध बनाने का काम किया है. इसकी जानकारी हीरा ग्रुप पर छापे के चौथे दिन मिली. इसके बाद इनकम टैक्स विभाग ने इस जांच में ईडी और रजिस्ट्रार आफ कंपनीज को भी शामिल किया गया है. इसके साथ ही बैंक को गलत जानकारी देने की बात भी सामने आई है, जिसके कारण बैंकों को भी जांच में शामिल किया गया है.

आयकर विभाग के आला अफसरों का कहना है कि हीरा ग्रुप ने अपने मनमाफिक दस्तावेज बनवाने के लिये सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी थी. आयकर विभाग के हाथ इससे संबंधित कुछ दस्तावेज लगे हैं. इन दस्तावेजों को जांच करने के लिये सीबीआई और एंटी करप्शन ब्यूरो को दिया जाएगा.

बताया जा रहा है कि कोलकाता और कटक की कंपनियों की जांच की गई, जिसमें ये दोनों कंपनियां बोगस पाई गईं. इन कंपनियों से 40 करोड़ का फर्जी ट्रैंजैक्शन किया गया है. जमीन में हुए हीरा ग्रुप के निवेश की भी जांच शुरू हो गई है. आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वीआईपी रोड पर ग्रुप ने 300 एकड़ जमीन में निवेश किया है. इसके दस्तावेजों की जांच शुरू हो गई है. इसके साथ ही संचालकों के घरों और दफ्तरों का भी वैल्यूएशन किया जा रहा है.

जांच के समय आयकर विभाग के हाथ कुछ ऐसे दस्तावेज लगे हैं जिनसे जानकारी मिलती है कि इस ग्रुप के दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया में खदानें हैं.

आयकर विभाग की जांच अभी दो-चार दिन और चलने की संभावना है.

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