B’desh भगदड़ में 23 मरे
ढाका | समाचार डेस्क: बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले ‘जकात’ की भगदड़ में कम से कम 23 लोग मारे गये हैं. सरकार ने इसके लिये जांच समिति का गठन कर दिया है जो तीन दिन में रिपोर्ट देगी. मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. यह जिला ढाका से लगभग 120 किलोमीटर दूर है. रमजान के पवित्र महीने में एक आवास के बाहर ‘जकात’ लेने के लिए इकट्ठा हुए लोगों में भगदड़ मचने से यह हादसा हुआ. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एक संकरी गली में उमड़े हजारों लोगों के बीच मची भगदड़ में दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गए हैं.
पुलिस ने कहा कि एक स्थानीय कारोबारी मोहम्मद शमीम के आवास के बाहर गुरुवार रात जकात लेने के लिए हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे.
दरअसल, अमीरों द्वारा गरीबों को दिए जाने वाले मुफ्त सामान, कपड़े इत्यादि को ‘जकात’ कहते हैं.
मयमनसिंह के पुलिस अधिकारी कमरूल इस्लाम ने कहा, “बहुत संख्या में लोग आए. लोगों को डर था कि कहीं कपड़े खत्म हो जाएं और उन्हें न मिल पाए, इसलिए उनमें धक्का-मुक्की शुरू हो गई और भगदड़ मच गई.”
इस संबंध में शमीम सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है और तीन दिनों के भीतर रपट जमा करने को कहा गया है.
यह घटना तड़के लगभग पांच बजे घटी थी.
जिस अस्पताल में मृतकों और घायलों को ले जाया गया, उस अस्पताल के चिकित्सक ने कहा कि सभी पीड़ित महिलाएं और बच्चे हैं.
मयमनसिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल के फरहाद हुसैन ने अस्पताल में 23 शवों के लाए जाने की पुष्टि की और कहा कि इनकी मौत दम घुटने के कारण हुई है.
इस घटना की टेलीविजन पर प्रसारित तस्वीरों में देखा जा सकता है कि महिलाएं दर्द से करार रही थीं.
प्रशासन ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया और आयोजकों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.
धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने प्रत्येक पीड़ित परिवार के लिए 10,000 टका लगभग 129 डॉलर की सहायता राशि की घोषणा की है.