इफको पावर प्लांट लेगा एनएचपीसी
अंबिकापुर | संवाददाता:छत्तीसगढ़ के प्रेमनगर में इफको के पावर प्लांट को जल्दी ही एनएचपीसी खरीदने वाली है. सूरजपुर जिले के प्रेमनगर क्षेत्र में प्रस्तावित इफको के इस 1320 मेगावाट के विवादास्पद पावर प्लांट को लेकर शुरु से विरोध प्रदर्शन होता रहा है. यही कारण है कि पावर प्लांट का काम अत्यंत धीमी गति से चलता रहा है. राज्य का यह अकेला प्रस्तावित पावर प्लांट है, जहां कोयला खदान केवल 5 से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इसके अलावा प्रस्तावित स्थल से जल स्रोत भी अत्यंत निकट है.
गौरतलब है कि 2006 में विश्व की सबसे बड़ी सहकारिता संस्था इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर्स कोऑपरेटिव लिमिटेड यानी इफको ने प्रेमनगर में 7245 करोड़ रूपए की लागत से कोयला आधारित विद्युत पावर प्लांट लगाने का काम शुरु किया था. जनवरी 2006 में इसके लिये इफको ने इफको छत्तीसगढ़ पावर लिमिडेड का भी गठन किया था. लेकिन पहले तो इस पावर प्लांट के लिये कोल ब्लॉक का ही आवंटन नहीं किया गया, बाद में जब कोल ब्लॉक आवंटित हुआ तो गांववालों ने इस पावर प्लांट में मुआवजा और नौकरी को लेकर भारी प्रदर्शन शुरु हो गया.
अब खबर है कि इफको छत्तीसगढ़ पावर लिमिटेड में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड यानी इफको के इस पावर प्लांट की हिस्सेदारी नेशनल हाइड्रोलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लेने पर विचार कर रहा है. इस पावर प्लांट में इफको की 74% हिस्सेदारी है और छत्तीसगढ़ राज्य पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के पास संयुक्त उपक्रम में बाकी 26% की हिस्सेदारी है.
कोल ब्लॉक विकसित करने के लिए छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के साथ मिलकर सीएमडीसी-आईपीसीएल कोल लिमिटेड के नाम से एक संयुंक्त उपक्रम भी बनाया था. इफको छत्तीसगढ़ पावर लिमिटेड की सीएमडीसी आईसीपीएल कोल लिमिटेड में भी 49 प्रतिशत की हिस्सेदारी है. सीएमडीसीएल की इसमें 51 प्रतिशत की हिस्सेदारी है.