राष्ट्र

आधार से गरीबी उन्मूलनः विश्व बैंक अध्यक्ष

वॉशिंगटन: अपनी विकास यात्रा में जहॉ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, यूपीए सरकार की महत्वकांक्षी योजना आधार के द्वारा गरीबो को सीधे नगद अनुदान देने का विरोध कर रहे हैं वही विश्व बैंक इसकी योजना की जम कर तारीफ कर रहा है.

विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने कहा है कि आधार कार्ड, प्रौद्योगिकी का उपयोग सामाजिक सुरक्षा में करने का बेहतरीन उदाहरण है. इससे भारत को 2030 तक गरीबी उन्मूलन में सहायता मिलेगी. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के अध्यक्ष नंदन नीलकेणी द्वारा भारत के आधार कार्ड योजना पर दिये गये प्रस्तुतीकरण के पश्चात् विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने अपनी यह राय व्यक्त की.

ज्ञात्वय रहे कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह केन्द्र द्वारा आधार कार्ड के माध्यम से सीधे गरीबो को नगद अनुदान देने का विरोध कर रहे हैं. इसका उल्लेख उन्होने अपनी विकास यात्रा में किया है. रमन सिंह का कहना है कि हम यदि गरीबो को सीधे नगद देगें तो वे इसे जल्द खर्च कर बैठेंगे. इसलिये छत्तीसगढ़ में उन्हे चावल, चना तथा नमक अत्यंत कम मूल्य पर दिया जा रहा है.

रमन सरकार के विरोध के पीछे एक बड़ा तर्क यह भी है कि आधार के द्वारा सीधे नगद हस्तांतरण से पैसा सीधे परिवार के मुखिया यानी पुरुषों के हाथ में जाएगा जो कि इसका शराब, तंबाकू जैसे व्यसनों के लिए दुरुपयोग करेंगे. ऐसे में उन्हें खाद्यान्न कम कीमत पर देकर इस स्थिति से बचाने का प्रयास किया जा रहा है.

जबकि केन्द्र की यूपीए का तर्क है कि गरीबो को सीधे नगद भुगतान से भ्रष्टाचार खत्म होगा. जरूरतमंदो के बैंक खातो में सीधे धन जमा करा दिया जायेगा. इस तरह से दिये जा रहे सीधे अनुदान को आधार कार्ड के आधार पर ही दिया जायेगा. आधार कार्ड एक 12 अंको का पहचान पत्र है जो केन्द्र द्वारा भारत के सभी नागरिको को उपलब्ध करवाया जा रहा है.

अब विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम द्वारा इस योजना की प्रसंशा किये जाने से अंतर्राष्ट्रीय हलको में भारत का आधार कार्ड योजना सुर्खियो में आ गया है.

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