पाकिस्तानी तालिबान फैलाएगा चुनावों के दौरान हिंसा
इस्लामाबाद: आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने पाकिस्तान में 11 मई से होने वाले आम चुनावों को `काफिर की प्रणाली’ बताते हुए धमकी दी है कि वह मतदान के दौरान चार प्रांतों में बम धमाकों और फिदायीन हमलों से व्यापक रूप में हिंसा फैलाएगा. पाकिस्तानी तालिबान के रूप में पहचाने जाने वाले इस संगठन के प्रमुख हकीमुल्ला मेहसूद ने उग्रवादी कमांडरों को इसके बाबत एक पत्र लिखा है.
पत्र में मेहसूद ने कमांडरों को हिंसा फैलाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा है कि मैं खैबर-पख्तूनवा और बलोचिस्तान के हमले नियंत्रित करूंगा जबकि आप सिंध और पंजाब इलाकों में हमले करें. इसमें महसूद ने यह भी लिखा है कि हम काफिरों की इस प्रणाली जिसे जम्हूरियत कहते हैं को स्वीकार नहीं करते हैं. उसने अपने कमांडरों से चुनाव के उम्मीदवारों को निशाना बनाने को कहा है क्योंकि वे इस काफिर प्रणाली के एजेंट हैं.
बताया जा रहा है कि इस पत्र में पंजाब और सिंध प्रांतों के उन ठिकानों का भी जिक्र है जहां हमले किए जाने हैं. मेहसूद ने इससे पहले भी मीडिया को एक पत्र लिखा था जिसमें ये स्पष्ट किया गया था कि उसका संगठन मतदान के दौरान व्यवधान डाल कर लोकतंत्र को नुकसान पहुँचाएगा.