28 घंटे बाद मिला शहीदों का शव
रायपुर | समाचार डेस्क: सुकमा में मारे गये नक्सलियों का शव 28 घंटे बाद मिल पाया है. मौसम की गड़बड़ी तथा नक्सलियों के एंबुश के कारण शनिवार को नक्सलियों द्वारा मारे गये सात शवों को लाने में देर हो गई. छत्तीसगढ़ के सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए सात जवानों के शव सुरक्षा बल लगभग 28 घंटे बाद रविवार की दोपहर लगभग ढाई बजे पोलमपल्ली पहुंचा. शहीदों के शव लेने करीब 200 जवानों का दल सुबह में सुकमा गया था. इस दौरान सुरक्षा बल जंगल में हर कदम पर चौकस रहा. जगदलपुर के पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने बताया कि मौसम खराब होने की वजह से हेलीकॉप्टर की मदद नहीं ली जा सकी. इलाके में बारिश होने की वजह से जवानों को शहीदों के शव लाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
जानकारी मिली है कि हमले के बाद नक्सली जवानों के हथियार भी लूट ले गए. नक्सली एक आईएमजी, एक यूबीजीएल और एक मोर्टार भी ले गए. इतना ही नहीं, वे जवानों के शवों से जूते भी निकाल ले गए. जवानों को शवों को लेने जंगल गई फोर्स को नक्सली एंबुश की चिंता सता रही थी.
गौरतलब है कि पहले हुए इस तरह की घटनाओं में जवानों के शवों को लेने के लिए जब भी फोर्स गई, छिपे हुए नक्सलियों ने उन पर भी हमला बोल दिया.
केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा सहित पांच नक्सल प्रभावित राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है.
सूत्रों के मुताबिक केंद्र की ओर से कहा गया है कि नक्सली सुकमा की तरह और भी हमले के प्रयास में हैं. इस संबंध में पिछले दिनों झारखंड-छत्तीसगढ़ की सीमा पर नक्सलियों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है. इस बैठक में करीब 500 नक्सलियों के शामिल होने की बात कही जा रही है.