छत्तीसगढ़बस्तर

सोनी सोरी बरी

जगदलपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेता अवधेश गौतम की हत्या के मामले में सोनी सोरी को बरी कर दिया गया है. गौतम की हत्या के मामले में स्थानी अदालत ने सोनी सोरी समेत सभी 17 आरोपियों को बाइज्जत बरी कर दिया है. सोनी सोरी के बरी होने से पुलिस को गहरा झटका लगा है. इस मामले में सोनी सोरी समेत सभी लोगों पर नक्सली होने का आरोप था और कहा गया था कि इन सबने एक मत हो कर अवधेश गौतम की हत्या की है. बुधवार को अदालत ने सबूतों के अभाव में सभी को बरी करने के आदेश दिये.

7 अगस्त 2010 को अवधेश सिंह गौतम के नकुलनार स्थित आवास पर आधी रात नक्सलियों ने हमला बोल कर उनकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में सोनी सोरी के साथ साथ उनके पति अनिल सोरी और भतीजे लिंगाराम कोडोपी को भी पुलिस ने आरोपी बनाया था. अदालत ने पुलिस के इन आरोपों को सही नहीं पाते हुये मामले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया.

गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने दावा किया था कि अवधेश गौतम की हत्या की लिंगाराम कोडोपी ने बनाई थी और हमले के समय सोनी सोरी नक्सलियों के साथ थी. पुलिस के अनुसार अनिल सोरी अपनी जीप में बैठ कर नक्सलियों की मदद कर रहा थे. इस मामले में पुलिस की विज्ञप्ति में मेधा पाटकर, अरुंधति राय, नंदिनी सुंदर और हिमांशु कुमार को भी उकसाने का आरोप लगाते हुये मामले की जांच की बात कही गई थी.

पिछले 3 सालों में सोनी सोरी के खिलाफ पुलिस ने 8 मामले दर्ज किये हैं. जिनमें से 5 मामलों में उन्हें बरी कर दिया गया है. महाकाय कंपनी एस्सार से नक्सलियों के लिये पैसे लेने के आरोप में सोनी सोरी की गिरफ्तारी चर्चा में रही है. इस मामले में नक्सलियों को पैसा देने वाले एस्सार के अधिकारी समेत तमाम आरोपी जेल से बाहर हैं. अकेली सोनी सोरी इस मामले में जेल में हैं.

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