कलारचना

डैनी भले और नेक इंसान

नई दिल्ली | मनोरंजन डेस्क: 80 के दशक के फिल्म में फिल्म ‘कालीचरण’ डैनी के डॉयलाग, ” काले धंधे की कसम शाका बहादुरी का दूसरा नाम है सरकार” तो दर्शक भी दहल उठते थे. उन दिनों फिल्म ‘कालीचरण’ को देखने वालों के जुबां पर जैनी का बोला यही डॉयलाग हुआ करता था. असल जिंदगी में डैनी उसके एकदम उलट हैं. एक भले तथा नेक इंसान. वैसे डैनी का नाम लेते ही लोगों के दिमाग में अनायास ही क्रूर स्वभाव और भारी आवाज वाले एक खलनायक का चेहरा उभरता है, लेकिन हिंदी फिल्मों के जाने माने खलनायक डैनी डेंग्जोंग्पा असल जिंदगी में एक भले और नेक इंसान हैं.

डैनी की अभिनय प्रतिभा की बानगी यही है कि उनका नाम लेते ही दर्शक मन ही मन किसी हिंदी फिल्म के खलनायक का चरित्र चित्रण कर डालते हैं. कम लोगों को पता है कि असल जिंदगी में प्रेम और सुकून पंसद डैनी खलनायक नहीं, एक गायक, चित्रकार, लेखक और संगीतकार हैं.

पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन संस्थान के छात्र रहे डैनी पेशेवर अभिनेता होने के अलावा बीयर फैक्टरी के मालिक हैं, एक सफल व्यवसायी हैं. पर्यावरण संरक्षक भी हैं. यही नहीं, खाली वक्त में डैनी अपने बगीचे के माली भी होते हैं. उन्हें नई जगहों पर घूमना पसंद हैं.

सिक्किम में एक बौद्ध परिवार में 25 फरवरी 1948 को जन्मे डैनी का वास्तविक नाम शेरिंग फिंसो डेंग्जोंग्पा है. डैनी नाम उन्हें पुणे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट में पढ़ाई के दौरान उनकी सहपाठी अभिनेत्री जया भादुड़ी ने दिया था.

डैनी ने कॉलेज की पढ़ाई उन्होंने सेंट जोसेफ कॉलेज, दार्जिलिंग से पूरी की. बचपन से उनकी इच्छा भारतीय सेना में भर्ती होने की थी. पुणे के आर्मड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज में उनका चयन भी हुआ था, लेकिन आखिर में उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट से अभिनय का प्रशिक्षण लेने का फैसला किया.

डैनी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत वैसे तो नेपाली फिल्म ‘सैइनो’ से की थी, लेकिन उनकी पहली फिल्म ‘जरूरत’, 1971 थी. इसके बाद उन्हें गुलजार की फिल्म ‘मेरे अपने’ में काम मिला. अपनी पहली नकारात्मक भूमिका उन्होंने फिल्म ‘धुंध’, 1973 में निभाई थी, इस फिल्म ने उन्हें हिंदी फिल्मों में पहचान दिलाई. लेकिन सन्नी देओल अभिनीत हिंदी फिल्म ‘घातक’ में खलनायक ‘कात्या’ का किरदार आज भी लोगों को भुलाए नहीं भूलता.

डैनी ने हिंदी सहित नेपाली, तेलुगू और तमिल भाषाओं की फिल्मों में काम किया है. कभी वे क्रूर शिकारी बने, तो कभी जान न्यौछावर करने वाले दोस्त. कभी दुश्मनी निभाने वाले बेरहम खलनायक, तो कभी वतन की रक्षा करने वाले देशभक्त सैनिक. डैनी को अलग अलग फिल्मों में, अलग चेहरों और किरदारों को पर्दे पर जीते हुए देखा जा सकता है.

फिल्म ‘धुंध’ के बाद डैनी को एक के बाद कई सारी फिल्मों के प्रस्ताव मिले, लेकिन कम काम और बेहतर परिणाम डैनी की सफलता का मूलमंत्र रहा है. डैनी अपनी शर्तो पर काम करते हैं, अपने ही अंदाज में जिंदगी जीते हैं. वे रविवार के दिन शूटिंग नहीं करते और गर्मियों में परिवार के साथ छुट्टियां मनाते हैं. डैनी का विवाह सिक्किम की राजकुमारी गावा से हुई है. वह एक बेटे रिनजिंग और बेटी पेमा के पिता हैं.

एक साक्षात्कार में डैनी ने कहा भी था, “सभी जानते हैं कि मैं गर्मियों और अक्तूबर के महीने में शूटिंग नहीं करता. मैं काम में हमेशा गैप देता रहा हूं. अभिनय के लिए कलाकार के अंदर भूख रहनी चाहिए. इतना काम भी न करें कि खुद से ही तंग होने लगें. पैसे कमाने के लिए मैं अंधाधुंध काम नहीं करता. फिल्म अच्छी होगी तभी करूंगा. पैसे कमाने के लिए ऊटपटांग फिल्में शुरू कर दूं तो अपने प्रशंसकों को खो दूंगा. कलाकार की जिम्मेदारी है कि वह अपने प्रशंसक की उम्मीदों पर खरा उतरे.”

डैनी ने हिंदी सिनेमा के महानायक कहलाने वाले अमिताभ के साथ ‘अग्निपथ’ और ‘खुदा गवाह’ में काम किया है, तो दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत के साथ ‘रोबोट’ में काम किया है. उन्होंने हॉलीवुड फिल्म ‘सेवेन ईयर्स इन तिब्बेट’ में ब्रैड पिट के साथ काम किया है.

उन्होंने लता मंगेशकर, आशा भोसले और मोहम्मद रफी के साथ युगल गाने गाए हैं. ‘फिर वही रात’ नाम से एक फिल्म का और टीवी धारावाहिक ‘अजनबी’ का निर्देशन भी किया है.

हिंदी सिनेमा में डैनी की प्रमुख फिल्मों में ‘मेरे अपने’ (1971), ‘धुंध’ (1973), ‘चोर मचाए शोर’ (1974), ‘खोटे सिक्के’ (1974), ‘काला सोना’ (1975), ‘लैला मजनूं’ (1976), ‘फकीरा’ (1976), ‘कालीचरण’ (1976), ‘संग्राम’ (1976), ‘अब्दुल्लाह’ (1980), ‘बुलंदी’ (1981), ‘कानून क्या करेगा’ (1984), ‘युद्ध’ (1985), ‘ऐतबार’ (1985), ‘प्यार झुकता नहीं’ (1985), ‘यतीम’ (1989), ‘सनम बेवफा’ (1991), ‘अग्निपथ’ (1990), ‘हम’ (1991), ‘खुदा गवाह’ (1992), ‘घातक’ (1996) ‘चाइना गेट’ (1998) ‘पुकार’ (2000), ’16 दिसम्बर’ (2002) ‘रोबोट’ (2010) शामिल हैं.

हाल के वर्षो में डैनी ‘बॉस’, ‘बैंग बैंग’, ‘बेबी’ जैसी फिल्मों में नजर आए थे.

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