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बुजुर्ग की पिटाई: पुलिस कर्मी गिरफ्तार, FBI जांच

वाशिंगटन | समाचार डेस्क: अमरीका में भारतीय बुजुर्ग को नाहक की पीटकर ‘बहादुर’ बनने वाले पुलिस कर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा एफबीआई से इस घटना की जांच करवाई जा रही है. इसके अलावा अमरीका के स्थानीय पुलिस विभाग ने उक्त पुलिस कर्मी को निलंबित कर जांच शुरु कर दी है. उल्लेखनीय है कि एक हैरान कर देने वाले घटना में भारतीय बुजुर्ग को जमीन पर गिराकर पुलिस वाले ने घातक वार किया जिससे उन्हें लकवा पड़ जाने की संभावना जताई जा रही है. इस घटना के लेकर अमरीका तथा भारत में लोगों में रोष व्याप्त है. अमरीका में एक भारतीय बुजुर्ग के साथ अलबामा पुलिस द्वारा कथित रूप से मारपीट के बाद उनके लकवाग्रस्त हो जाने के मामले की जांच संघीय जांच ब्यूरो, एफबीआई कर रही है, जबकि इसमें शामिल एक अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

57 वर्षीय सुरेश भाई पटेल समय से पूर्व पैदा हुए और बीमार चल रहे अपने पोते की बेटे व बहू के साथ देखभाल करने हाल ही में भारत से अमरीका आए थे.

मेडिसन पुलिस प्रमुख लैरी मुंसे ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि यह घटना छह फरवरी को पटेल के बेटे के घर के सामने हुई. पुलिस ने पटेल पर बल प्रयोग कर उन्हें जमीन पर गिरा दिया. पटेल को चोट पहुंचाने वाले पुलिस अधिकारी फील्ड ट्रेनिंग ऑफिसर एरिक पार्कर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है तथा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.

मेडिसनकाउंटीरिकॉर्ड डॉट कॉम के मुताबिक, उन्होंने कहा कि ऑफिस ऑफ प्रोफेशनल स्टैंडर्ड्स द्वारा की गई जांच के बाद मेडिसन सिटी नीति व प्रक्रिया के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की गई है. मैंने उन्हें बर्खास्त करने की सिफारिश की है. गुरुवार को पार्कर ने खुद को लाइमस्टोन काउंटी के अधिकारियों के हवाले कर दिया.

मुंसे ने कहा कि वर्तमान में एफबीआई अलग से इस बात की भी जांच कर रही है कि इस मामले में कहीं संघीय कानूनों का उल्लंघन तो नहीं हुआ. समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट ने एफबीआई के एक प्रवक्ता के हवाले से कहा कि छह फरवरी को हुई घटना के तुरंत बाद एफबीआई ने इस मामले में नागरिक अधिकारों का उल्लंघन हुआ या नहीं, इसकी जांच शुरू कर दी. जांच परिणाम को समीक्षा के लिए न्याय विभाग के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा.

मेडिसन पुलिस ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान घटना की ऑडियो व वीडियो रिकॉर्डिग जारी की.

मुंसे ने कहा, “इसके लिए मैं पटेल, उनके परिवार तथा अपने समुदाय से माफी मांगता हूं. हमारी इच्छा हर किसी की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की है.”

मेडिसनकाउंटीरिकॉर्ड डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, काउंटी लाइन रोड के उपखंड हार्डिमान प्लेस से बीते छह फरवरी को आपात 911 पर एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने कहा कि एक व्यक्ति पड़ोस में स्थित एक घर के चारों ओर घूम रहा है और गैरेज में तांकझांक कर रहा है.

कॉलर ने कहा कि वह व्यक्ति पांच फरवरी को ही ऐसी ही गतिविधियां दर्शा रहा था और 911 संचालक द्वारा व्यक्ति के बारे में पूछे जाने पर उसने पटेल को 30 वर्षीय एक अश्वेत युवक बताया.

इसके बाद पार्कर व उसके प्रशिक्षणार्थी एंड्र्यू स्लाउटर को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया. अधिकारी चार्ल्स स्पेंस उसके तुरंत बाद एक दूसरी कार से पहुंचे.

वीडियो में साफ पता चल रहा है कि पटेल अंग्रेजी नहीं बोल पा रहे हैं. पार्कर ने उनसे उनकी पहचान, कहां रहते हैं और पड़ोस में घूमने का कारण पूछा.

मेडिसनकाउंटीरिकॉर्ड डॉट कॉम के मुताबिक अंत में, पार्कर ने पटेल को जमीन पर गिरा दिया और उन पर बल प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं.

इसी बीच, विदेश विभाग की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा, “हम उनके और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. स्पष्ट रूप से इस मामले की जांच होगी, जिसे स्थानीय अधिकारी अंजाम देंगे.”

इस मामले में नई दिल्ली द्वारा चिंता जताने की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “जांच स्थानीय अधिकारियों द्वारा की जाएगी. किसी भी प्रकार की चिंता का हम निजी कूटनीतिक माध्यम से समाधान करेंगे.”

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