छत्तीसगढ़

सभी चिकित्सा प्रणालियां एक जगह हो: रमन

रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को राजधानी रायपुर में 19वें राष्ट्रीय आरोग्य मेले का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा प्रणालियों को एक छत के नीचे लाने की जरूरत है, ताकि लोग अपनी मनपसंद चिकित्सा प्रणाली को अपनाकर बीमारियों का इलाज करा सकें.

शंकर नगर स्थित बीटीआई मैदान में चार दिवसीय इस मेले का आयोजन केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार के स्वास्थ्य, आयुष विभाग और भारतीय उद्योग परिसंघ के सहयोग से किया गया है.

शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय आयुष एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने की. समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रमन ने कहा कि आयुर्वेद सहित भारत में प्रचलित सभी चिकित्सा पद्धतियों को एक छत के नीचे लाने की जरूरत है, ताकि लोग अपनी मनपसंद चिकित्सा प्रणाली को अपनाकर बीमारियों का इलाज करा सकें. इसमें एलोपैथी को भी जोड़ा जा सकता है.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के 15 शासकीय जिला अस्पतालों में एलोपैथी के साथ-साथ आयुष विंग की भी स्थापना की है.

डॉ. सिंह ने गुड़गांव के प्रसिद्ध मेदांता अस्पताल का भी उदाहरण दिया और बताया कि वहां ऐलोपैथी के साथ-साथ मरीजों के लिए आयुर्वेद चिकित्सा की भी सुविधा दी जा रही है.

मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी और अन्य परंपरागत आयुष चिकित्सा प्रणालियों में नए अनुसंधान और शोधपत्रों के प्रकाशन की भी जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सा प्रणालियों में भारत काफी क्षमतावान है. आज जरूरत हमारी इस क्षमता के समुचित दोहन की है. इन प्रणालियों में हमारे यहां अनुसंधान भी हो रहे हैं. इनकी जानकारी जनता तक पहुंचाया जाना चाहिए.

अध्यक्षीय आसंदी से श्रीपद नाइक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने भारतीय चिकित्सा प्रणालियों के महत्व को ध्यान में रखकर नवंबर 2014 में ‘आयुष’ को एक अलग विभाग का दर्जा दिया है. प्रधानमंत्री देश की पुरानी चिकित्सा पद्धतियों को पुनर्जीवित करने और उन्हें जनता के लिए अधिक से अधिक उपयोगी बनाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. आयुष को आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है.

नाइक ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नई स्वास्थ्य नीति जल्द लाई जाएगी, जिसमें आयुष चिकित्सा प्रणालियों की भी बड़ी भूमिका होगी. इन प्रणालियों के कार्य क्षेत्र को पुन: परिभाषित किया जा सकेगा.

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय द्वारा देशभर में आरोग्य मेलों का आयोजन किया जा रहा है. अब तक 35 राज्य स्तरीय और 18 राष्ट्रीय आरोग्य मेले आयोजित किए जा चुके हैं. रायपुर में यह 19वां राष्ट्रीय आरोग्य मेला है. इसके बाद यह राष्ट्रीय मेला जयपुर और भुवनेश्वर में लगाया जाएगा.

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