जॉर्डन ने isis से बदला लिया
अम्मान | समाचार डेस्क: Isis द्वारा पायलट को जिंदा जलाने के बाद जॉर्डन ने उसके दो आतंकियों को फांसी दे दी. इसे जॉर्डन सरकार का आतंकियों से बदला लेना माना जा रहा है. इससे पहले यूट्यूब पर जारी पायलट मोआज अल-कासाबेह के जिंदा जलाये जाने के वीडियो को बंद कर दिया गया. जॉर्डन ने इस्लामिक स्टेट द्वारा अपनी वायु सेना के पायलट की हत्या किए जाने के बाद दोषी ठहराए गए दो आतंकवादियों को फांसी दे दी. ‘बीबीसी’ की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार जिन दो आतंकवादियों को फांसी दी गई है, उसमें एक महिला आत्मघाती हमलावर साजिदा अल-रिशावी भी शामिल है, जिसकी रिहाई की मांग इस्लामिक स्टेट ने पायलट मोआज अल-कासाबेह के बदले में की थी. अलकायदा के आतंकवादी जायद कारबोली को भी फांसी दे दी गई.
बताया जाता है कि जॉर्डन अपने पायलट को आईएस के चंगुल से छुड़ाने के लिए अल-रिशावी की रिहाई पर विचार कर रहा था, जिसे वर्ष 2005 में अमान में एक विफल हमले में उसकी भूमिका के लिए दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई गई थी.
जॉर्डन ने मंगलवार को पायलट का सिर कलम करने से संबंधित वीडियो के जारी होने के बाद बड़ा बदला लेने की शपथ ली थी.
जॉर्डन की सेना के प्रवक्ता महदोह अल-अमेरी ने पायलट को शहीद करार देते हुए कहा, “उनकी हत्या को भूला नहीं जाएगा. जॉर्डन के नागरिक की हत्या किए जाने की बाद हमारे द्वारा दिए जाने वाला दंड और हमारा बदला बड़ा होगा.”
उधर, इससे पहले के घटनाक्रम में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने मंगलवार को इस्लामिक स्टेट द्वारा अगवा किए गए जार्डन के पायलट की हत्या की निंदा की है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की नजर में मानवीय जीवन का कोई मूल्य नहीं है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मीडिया को जारी बयान में बान ने कहा कि उन्हें मोआज अल-कासाबेह की हत्या पर उनके परिवार और चाहने वालों की तरह ही दुख का अहसास हो रहा है और वह जार्डन की जनता की तरह ही इस आहत कर देने वाली घटना की निंदा करते हैं.