कलारचना

Big B अहंकारी नहीं, विनम्र हैं

दुबई | मनोरंजन डेस्क: बालीवुड के शिखर पर पहुंचने के बाद भी अहंकार अमिताभ बच्चन को छू भी नहीं पाई है. सदी के महानायक के रूप में लोकप्रिय अमिताभ बच्चन ने विनम्रता अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से सीखी है. अमिताभ के व्यक्तित्व पर उनके पिता तथा प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन की स्पष्ट छाप देखी जा सकती है. कहा जाता है कि अपने बुरे समय में भी अमिताभ ने विनम्रता नहीं छोड़ी थी. अमिताभ के साथ काम करने वाले कलाकार तथा क्रू के सदस्य उन पर अहंकारी होने का तोहमत नहीं लगा सकते हैं. अमिताभ बच्चन का भी मानना है कि अभिनय के पेशे में कोई अहंकार नहीं होता. 72 वर्षीय अमिताभ ने दुबई में ‘शमिताभ’ के प्रचार के बाद अपने आधिकारिक ब्लॉग ‘एसआरबच्चन डॉट टंब्लर डॉट कॉम’ पर अपने विचार रखे. ‘शमिताभ’ की कहानी दो व्यक्तियों के इर्दगिर्द घूमती है, जो एक मकसद के लिए साथ तो होते हैं, लेकिन अपने अहंकार की वजह से अलग-थलग रहते हैं.

अमिताभ ने ब्लाग पर लिखा, “नहीं, हमारे पेशे में अहंकार नहीं है. मैं औरों की नहीं जानता, लेकिन कम से कम मैं तो अहंकारी नहीं हूं. मुझे अहंकार, आत्म-निष्ठा, आत्म दंभ शब्द समझ नहीं आते..मैं बाकी सभी की तरह ही एक साधारण इंसान हूं. जीविकोपार्जन के लिए बस कुछ अलग काम कर रहा हूं. मेरे लिए अहंकार का अस्तित्व नहीं है.” अमिताभ की विनम्रता इसके बाद भी बनी हुई है जब उन्हें भारत सरकार ने पद्म विभूषण सम्मान के लिये नामित किया है. अहंकार एर ऐसा शब्द है जो अमिताभ के जीवन के शब्दकोष में नहीं है. दरअसल, अमिताभ का कद ही इतना ऊंचा है कि उन्हें सबसे झुककर बात करना पड़ता है.

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