कृषि को नजरअंदाज कर विकास नहीं
बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहु ने कहा है कि राज्य में कृषि को केंद्र में रख कर ही बेहतर विकास संभव है. कृषि को नजरअंदाज करके विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती.
‘छत्तीसगढ़ खबर’ से बातचीत में चंद्रशेखर साहु ने कहा कि राज्य में बिजली के लिये जिस तरीके से एमओयू किये गये हैं, उससे अगर कृषि क्षेत्र प्रभावित होता है तो यह कोई बेहतर स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता में छत्तीसगढ़ के कृषि और कृषक हैं. उनकी बेहतरी की शर्त पर ही विकास के दूसरे मॉडलों को अनुमति दी जायेगी. उन्होंने कहा कि कृषि की बेहतरी के लिये मुख्यमंत्री ने जिस तरीके से कृषि का अलग बजट राज्य में रखने की परंपरा शुरु की है, वह हमारी सरकार की कृषि के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को लेकर चंद्रशेखर साहु ने कहा कि कांग्रेस एक बार फिर भंवरजाल में है. कांग्रेस पार्टी अपने कांग्रेस के तिकड़मी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खौफ से उबर नहीं पा रही है. कभी जोगी को पार्टी दरकिनार कर देती है तो कभी उन्हें साथ लेकर चलने की बात करती है.
चंद्रशेखर साहु ने कृषि की खराब हालत को नकारते हुये कहा कि राज्य में किसानों की स्थिति को जानने के लिये ग्रीष्मकालीन धान के रकबे को देखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग ने पिछले साल की तुलना में सात हजार हैक्टेयर की वृद्धि करके 1.91 लाख हैक्टेयर में धान की रोपनी का अनुमान लगाया था लेकिन उन सारे अनुमानों को ध्वस्त करते हुये किसानों ने 2.21 लाख हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन धान की बुवाई की है. यह पिछले वर्ष की तुलना में 40 हजार हेक्टेयर ज्यादा है. उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिये सतत प्रयास की जरुरत है.