स्वास्थ्य बीमा पर समझौते के आसार
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में संजीवनी कोष योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर सरकार और डाक्टरों का विवाद थम सकता है. मंगलवार को मुख्यमंत्री रमन सिंह के निवास पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल की बातचीत के बाद सरकार ने दावा किया है कि सभी विषयों पर सैद्धांतिक सहमति बन गयी है.
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को संजीवनी कोष योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सभी हितग्राहियों का इलाज जारी रखने का आश्वासन दिया है. डॉ. रमन सिह ने इसके लिए आईएमए को और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री अमर अग्रवाल को भी धन्यवाद दिया. इधर आईएमए ने कहा है कि इस बारे में अंतिम निर्णय आईएमए की बैठक में ही होगा.
रमन सिंह ने प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करते हुए कहा कि आम जनता और विशेष रूप से गरीबों को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने के साथ-साथ अब उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा देना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि संजीवनी कोष योजना में 17 और बीमारियों को हाल ही में शामिल किया गया है और अब इन्हें मिलाकर कुल 30 बीमारियों और उनके इलाज की प्रक्रिया में हितग्राहियों को सहायता दी जा रही है. डॉ. रमन सिंह ने यह भी कहा कि निकट भविष्य में इस योजना में गंभीर शिशु रोग और गंभीर स्त्री रोग के मरीजों को भी शामिल करने के बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि राज्य में कार्यरत राष्ट्रीय खनिज विकास निगम एनएमडीसी और दक्षिण पूर्व कोयला प्रक्षेत्र लिमिटेड यानी एसईसीएल जैसे सार्वजनिक उपक्रमों को भी संजीवनी कोष योजना में भागीदार बनाया जाएगा. इन उद्योगों को उनकी कार्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी, सीएसआर के तहत संजीवनी कोष में सहयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार समय-समय पर डॉक्टरों से भी सलाह-मशविरा करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि इस दिशा में आई.एम.ए. के साथ भी विचार-विमर्श का सिलसिला चलता रहेगा.
मुख्यमंत्री के साथ आईएमए प्रतिनिधि मंडल की सौजन्य मुलाकात के दौरान स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव एमके राउत, मुख्यमंत्री के सचिव अमन कुमार सिंह, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. कमलप्रीत सिंह, संचालक जनसम्पर्क ओ.पी. चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे. आईएमए के निवर्तमान अध्यक्ष डॉ. अजय सहाय, नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. अशोक त्रिपाठी और छत्तीसगढ़ नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. संदीप दवे सहित डॉ. सुनील खेमका, डॉ. हर्ष गुप्ता, डॉ. देवेन्द्र नायक, डॉ. नरेश दम्मानी और डॉ. राकेश गुप्ता प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे.