ड्रग्स से आतंकवाद को बढ़ावा: मोदी
नई दिल्ली | एजेंसी: प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं से कहा ड्रग्स से आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है. उन्होंने रविवार को विस्तार से इस बात को रखा कि किस तरह से ड्रग्स के कारण आतंकवाद को आर्थिक सहायता मिलती है. प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ड्रग्स फ्री इंडिया’ की वकालत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नशीले पदार्थो की समस्या पर बात की और कहा कि नशीले पदार्थ खरीदने में खर्च धन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों में हो सकता है. प्रधानमंत्री ने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा, “कभी-कभी मैं नशे के आदी युवाओं से पूछना चाहता हूं कि शायद उन्हें मादक पदार्र्थो का सेवन करते वक्त अलग दुनिया का अहसास होता होगा. लेकिन क्या आपने कभी पूछा कि जिस धन से आप मादक पदार्थ खरीदते हैं, वहां कहां जाता है?”
उन्होंने कहा, “क्या आपने सोचा..यह धन आतंकवादियों के पास पहुंचता है और वे इसका इस्तेमाल हथियार खरीदने में करते हैं? और फिर इससे हमारे जवानों की हत्या करते हैं?”
मोदी ने युवाओं से मादक पदार्थो का सेवन न करने की अपील करते हुए कहा, “क्या आपने सोचा कि जो गोली जवानों को लगी, उसे खरीदने में आपके द्वारा ड्रग्स के पीछे खर्च किए गए धन का कुछ अंश शामिल है?”
उन्होंने कहा, “क्या आपमें ड्रग्स को ‘ना’ कहने और छोड़ने की हिम्मत है. अपने दोस्तों को भी इसके लिए प्रेरित करें.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि ड्रग्स ‘अंधेरा’, ‘विनाश’ और ‘तबाही’ लाता है और उन्होंने इससे मुक्ति के लिए हेल्पलाइन नंबर और सोशल मीडिया अभियान का सुझाव दिया.
उन्होंने कहा, “मैंने पिछली बार कहा था मैं देश के युवाओं को लेकर चिंतित हूं. मैं इस बात से चितित हूं कि देश के कुछ बेटे-बेटियां इसके शिकार हैं और उनके परिवार वाले परेशान हैं.”
मोदी ने कहा, “यह अच्छे परिवार को तबाह कर सकता है. ड्रग्स ऐसी चीज है, जो किसी को भी बर्बाद कर सकता है. यह मनोवैज्ञानिक-सामाजिक चिकित्सीय समस्या है और सिर्फ चिकित्सीय साधनों से इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई लोगों में इसकी लत छूट गई और इसके साथ ही उन्होंने प्रतिष्ठित हस्तियों और जनता से सार्वजनिक जीवन में जागरूकता फैलाने की अपील की.
उन्होंने कहा, “हम ‘ड्रग्स फ्री इंडिया’ हैश टैग के साथ एक अभियान चला सकते हैं.”
मोदी ने अभिभावकों से उनके बच्चों के व्यवहार में हो रहे बदलाव पर ध्यान देंने और उन्हें बचाने की अपील की.
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने ड्रग्स की समस्या पर हाल ही में एक बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों के साथ विचार साझा किए हैं और उन्हें इसके समाधान पर विचार करने को कहा है.
उन्होंने कहा, “मैंने यह सुझाव दिया है कि हम एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर शुरू कर सकते हैं, ताकि देशभर के अभिभावक अपनी समस्या साझा कर सकें.”