मैं बना बलि का बकरा: डॉ. गुप्ता
बिलासपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ नसबंदी केस के आरोपी डॉ. आरके गुप्ता ने कहा मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है. मीडिया से बात करते हुए डॉ. गुप्ता ने कहा कि पेंडारी में नसबंदी का ऑपरेशन मैंने किया था परन्तु पेंड्रा में नसबंदी का आपरेशन दूसरे डाक्टर ने किया था. उनका इशारा इस ओर था कि फिर पेंड्रा में भी नसबंदी के आपरेशन के बाद महिलाओं की तबियत क्यों बिगड़ी. वहीं गुरुवार को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में मरीजों को देखने आये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साफ किया कि किसी को बलि का बकरा नहीं बनाया जा रहा है.
बिलासपुर के जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. आरके गुप्ता ने जिन्होंने पेंडारी गांव में 83 महिलाओँ का नसबंदी का आपरेशन किया था ने एक खबरिया चैनल के हवाले से बताया कि उन्हें वर्ष 2004-05 में मुख्यमंत्री के हाथों नसबंदी का 50 हजार आपरेशन करने के लिये सम्मानित किया गया था.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन ने डॉ. आरके गुप्ता तथा तीन अन्य डॉक्टरों को निलंबित कर दिया था. गुरुवार को डॉ. आरके गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन ने नसबंदी में उपयोग में लाये गये छः दवाओं को प्रतिबंधित कर दिया है. उधर, टीवी चैनलों में दवाओं के जलाये जाने के बाद की तस्वीरें दिखाई जा रहीं हैं.