राष्ट्र

कश्मीर में बंद, प्रशासन सतर्क

श्रीनगर | एजेंसी: दो युवकों को सेना द्वारा गोली मारे जाने के विरोध में कश्मीर में बंद के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. जम्मू एवं कश्मीर के बड़गाम जिले में सेना की गोली से सोमवार को दो युवकों की मौत के विरोध में अलगाववादियों ने घाटी में बंद का आह्वान किया है, जिसे देखते हुए श्रीनगर शहर के कुछ इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार को आईएएनएस को बताया, “प्रतिबंध खानयार, नौहट्टा, एम.आर. गुंज, रैनावारी, सफाकदाल और नौगाम इलाकों में लगाए गए हैं.”

हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी, उदारवादी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक और जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता यासीन मलिक ने बंद का आह्वान किया है.

गिलानी इस वक्त दिल्ली में हैं, वहीं मलिक अनंतनाग जिले में हैं और उन्हें एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया है, जबकि मीरवाइज को उनके ही घर में नजरबंद किया गया है.

सेना के जवानों की गोली से मरने वाले युवकों की पहचान फैसल यूसुफ भट्ट और मेहराजुद्दीन डार के रूप में की गई है. सेना ने चत्तरगाम में सोमवार को उन पर गोली चलाई थी. दो अन्य युवक भी इस घटना में घायल हुए हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. सेना ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चारों युवकों का आतंकवादियों से कोई संबंध नहीं था.

इस बीच, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि गोली चलाने से बचा जा सकता था. इस घटना में मासूम जिंदगियां गईं.

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