पास-पड़ोस

भोपाल गैस पीड़ितों का दिल्ली में धरना

भोपाल | एजेंसी: न्याय की आस लगाये बैठे भोपाल गैस पीड़ित अब 10 नवंबर से दिल्ली में धरना देने जा रहें हैं. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए गैस हादसे के पीड़ितों की जायज मांगें अब तक पूरी नहीं हो पाई हैं, इसीलिए गैस पीड़ितों के पांच संगठनों ने सामूहिक तौर पर 10 नवंबर से दिल्ली के जंतर-मंतर में अनिश्चितकालीन धरना देने का एलान किया है.

भोपाल में गैस पीड़ितों के लिए संघर्षरत पांच संगठनों -भोपाल ग्रुप फॉर इंफार्मेशन एण्ड एक्शन, डाव कार्बाइड के खिलाफ बच्चे, भोपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ, भोपाल गैस पीड़ित महिला पुरुष संघर्ष मोर्चा, भोपाल गैस पीड़ित निराश्रित पेंशन भोगी संघर्ष मोर्चा ने एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में सोमवार को अपनी भावी रणनीति का खुलासा किया.

भोपाल ग्रुप फॉर इंफार्मेशन एण्ड एक्शन की रचना ढींगरा ने आईएएनएस को बताया कि दिल्ली के जंतर मंतर पर यह धरना चलेगा और गैस पीड़ितों की मांगों को पूरा कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया जाएगा.

ज्ञात हो कि दिसंबर 1984 में भोपाल में यूनियन कार्बाइड से विषैली गैस रिसी थी, जिसमें हजारों लोग मारे गए थे और हजारों आज भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं. पीड़ितों की लड़ाई लड़ने वाले संगठनों का संघर्ष जारी है, मगर उन्हें अपना हक नहीं मिल पाया है.

पिछले दिनों यूनियन कार्बाइड के तत्कालीन चेयरमैन व हादसे के मुख्य आरोपी वारेन एंडरसन की मौत की खबर से गैस पीड़ितों का गुस्सा एक बार फिर उफान पर है, और वे शेष आरोपियों को सजा दिलाने के लिए लड़ाई जारी रखने और अपना हक हासिल करने का मन बना रहे हैं.

गैस पीड़ित संगठनों में केंद्र के साथ राज्य सरकार के रवैए को लेकर भी नाराजगी है. उनका कहना है कि राज्य सरकार ने बीते साल उनसे जो वादे किए थे वे भी अब तक पूरे नहीं हुए हैं.

error: Content is protected !!