किसका होगा हरियाणा?
चंडीगढ़ | एजेंसी: हरियाणा में वर्ष 1967 के बाद अब तक का सबसे रिकॉर्ड मतदान हुआ है. बुधवार को हुए इस 73.7 फीसदी मतदान के बाद कांग्रेस, भाजपा तथा आईएनएलडी ने अपने दावें करने शुरु कर दिये हैं. हालांकि, जब तक चुनाव के नतीजें सामने न जाये कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. मतदाताओं ने रिकार्ड 73.7 फीसदी मतदान कर नया कीर्तिमान स्थापित किया. इसके साथ ही राज्य में 116 महिला उम्मीदवार सहित 1,351 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत ईवीएम में बंद हो गई. मतदान के दौरान चार स्थानों पर झड़प की खबर है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आने के प्रति आश्वस्त दिख रहा है, जबकि आईएनएलडी भी आत्मविश्वास से पूरी तरह लबरेज दिखी. वहीं कांग्रेस भी अपने तीसरे कार्यकाल के प्रति मायूस नहीं दिख रही.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत वलगद ने कहा, “हरियाणा में 1967 के बाद यह अबतक का सर्वाधिक मतदान का रिकॉर्ड है.”
उन्होंने कहा कि मतदान का यह प्रारंभिक आंकड़ा है और शाम बजे भी कई स्थानों पर कतार में खड़े थे इससे प्रतीत होता है कि मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है.
1967 में हरियाणा में 72.65 फीसदी मतदान हुआ था. 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां 72.29 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था.
राज्य में 116 महिला उम्मीदवार सहित 1,351 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
हरियाणा में पहली बार अकेले चुनाव लड़ रही भारतीय जनता पार्टी मतदान से खुश है और उसका कहना है कि मतदाता बदलाव चाहते हैं.
भाजपा नेता अभिमन्यु ने कहा, “भाजपा हरियाणा में अपने दम पर नई सरकार बनाने के लिए तैयार है. हम स्पष्ट बहुमत पाएंगे और घोटाले और भ्रष्टाचार के शासन का अंत करेंगे.”
मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने अपने पैतृक गांव में मतदान किया और कहा कि वह इतनी जल्दी हार नहीं मानने वाले.
हुड्डा ने कहा, “मतदाताओं की प्रतिक्रिया देखकर मैं कह सकता हूं कि कांग्रेस चुनाव जीतेगी और प्रदेश में तीसरी बार भी सरकार बनाएगी.”
उधर, विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल ने कहा कि भारी मतदान इस बात के संकेत हैं कि पार्टी राज्य में सरकार बनाएगी.
इनेलो के अभय चौटाला ने कहा, “अगली सरकार हम बनाएंगे.”
मतदान के दौरान भाजपा, इनेलो और अन्य पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच चार स्थानों पर हल्की झड़प की खबर है.
हिसार जिले के नारनौंद विधानसभा सीट के बांसगांव में भाजपा और इनेलो के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें हैं.
भाजपा उम्मीदवार अभिमन्यु ने आरोप लगाया है कि इनेलो ने मतदान केंद्र पर कब्जा जमा लिया और वेबकास्ट को रोक दिया.
सिरसा जिले के मोदियाखेड़ा गांव में गोलीबारी हुई है. दक्षिण हरियाणा के पुन्हाना इलाके में भी झड़प की खबर है.
पटौदी जिले के सिकंदरपुर गांव में महिला मतदाताओं को घूंघट हटा कर वोट डालने के लिए कहे जाने पर मतदान प्रभावित हुआ है.
इस बार के चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस, मुख्य विपक्षी पार्टी इनेलो तथा भाजपा के बीच था.
इसके अलावा, चुनाव मैदान में हरियाणा जनहित कांग्रेस, नवगठित हरियाणा जनचेतना पार्टी, हरियाणा लोकहित पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी थी. कांग्रेस और इनेलो के बीच सीधी टक्कर के बावजूद अधिकांश सीटों पर इस बार मुकाबला बहुकोणीय रहा.
भिवानी विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 31 उम्मीदवार, जबकि शाहाबाद और नूंह सीट पर सबसे कम सात उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे.
कांग्रेस और भाजपा ने सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जबकि इनेलो और हजकां ने क्रमश: 88 तथा 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे.
चुनाव मैदान में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दुष्यंत चौटाला, इनेलो नेता अभय चौटाला, हजकां नेता कुलदीप बिश्नोई, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राम बिलास शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा तथा भाजपा नेता अभिमन्यु ने भी अपना किस्मत आजमाया.